आपातकाल वह मुकदमा जिसने इंदिरा गांधी को इतना भयभीत कर दिया कि उन्होंने आपातकाल लगा दिया.12 जून 1975 को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इंदिरा गांधी की संसद सदस्यता खारिज कर दी थी. यह फैसला एक पखवाड़े ब... Read more
राकेश अचल। देश की बड़ी अदालतों में न्यायाधीशों की नियुक्ति के लिए बनाया गया कॉलेजियम सिस्टम शुरू से विवादास्पद है। आखिर ये सिस्टम कोई कोलोनियल (उपनिवेशवादी सिस्टम तो है नहीं। कोई तीन दशक पु... Read more
आपातकाल वह मुकदमा जिसने इंदिरा गांधी को इतना भयभीत कर दिया कि उन्होंने आपातकाल लगा दिया.12 जून 1975 को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इंदिरा गांधी की संसद सदस्यता खारिज कर दी थी. यह फैसला एक पखवाड़े ब... Read more
आपातकाल वह मुकदमा जिसने इंदिरा गांधी को इतना भयभीत कर दिया कि उन्होंने आपातकाल लगा दिया.12 जून 1975 को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इंदिरा गांधी की संसद सदस्यता खारिज कर दी थी. यह फैसला एक पखवाड़े ब... Read more
आपातकाल वह मुकदमा जिसने इंदिरा गांधी को इतना भयभीत कर दिया कि उन्होंने आपातकाल लगा दिया.12 जून 1975 को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इंदिरा गांधी की संसद सदस्यता खारिज कर दी थी. यह फैसला एक पखवाड़े ब... Read more
आपातकाल वह मुकदमा जिसने इंदिरा गांधी को इतना भयभीत कर दिया कि उन्होंने आपातकाल लगा दिया.12 जून 1975 को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इंदिरा गांधी की संसद सदस्यता खारिज कर दी थी. यह फैसला एक पखवाड़े ब... Read more
सेवा निवृत्त के पूर्व, चीफ जस्टिस दीपक कुमार मिश्रा की पीठ के फैसले, समाज में चर्चा का विषय बने रहेंगे! —– नरेश दीक्षित। कुछ समय से सर्वोच्च न्यायालय के जो फैसले चीफ जस्टिस श्री... Read more
उधेड़ दीं न्याय की धज्जियां- सरकारी वकील की लिखित बहस और नजीरें आने की तरीख पर जज ने सुनाया फैसला राजीव यादव।लखनऊ। कभी एक फिल्म आई थी रुका हुआ फैसला लेकिन जो मेरे सामने गुजरा- बहस की तारीख... Read more
हथकड़ी को जोर की “ना” कहिये! 1980 में किसी दिन तिहाड़ जेल से एक कैदी प्रेम कुमार शुक्ला का टेलीग्राम सुप्रीम कोर्ट को मिला! टेलीग्राम में लिखा था……..“In spite of... Read more