नारायण सुब्बाराव हार्डिकर स्वतंत्रता सेनानी और कांग्रेस के प्रसिद्ध राजनेता थे, जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दिनों में ‘हिन्दुस्तान सेवादल’ की स्थापना की थी। ‘बंगाल विभाजन’ के विर... Read more
जयंती पर विशेष- मोतीलाल नेहरू प्रथम प्रधानमन्त्री जवाहरलाल नेहरू के पिता थे। वे भारत के स्वतन्त्रता संग्राम के आरम्भिक कार्यकर्ताओं में थे। 1928 से लेकर 1929 तक पूरे दो वर्ष तक वे काँग्रेस क... Read more
जयंती पर विशेष। प्रीतिलता वादेदार स्वतंत्रता संगाम की महान क्रान्तिकारिणी थीं। प्रीतिलता वादेदार का जन्म 5 मई 1911 को तत्कालीन पूर्वी भारत (और अब बांग्लादेश) में स्थित चटगाँव में हुआ था। उनक... Read more
उज्ज्वला मजूमदार का जन्म ढाका में 21 नवम्बर 1914 को हुआ था। उनके पिता का नाम सुरेश चन्द्र मजूमदार था जो कि क्रान्तिकारी थे। पिता को आज़ादी की लड़ाई में किन कष्टों का सामना करना पड़ा, कि... Read more
आज़ादी की आज़ादी की लड़ाई में प्रथम क्रांतिकारी धमाका करने वाले दामोदर हरी चापेकर का जन्म 24 जून 1869 को पूना अब पुणे के ग्राम चिंचवाड़ में प्रसिद्ध कीर्तनकार हरिपंत चापेकर के ज्येष्ठ पुत्र क... Read more
बेगम हज़रत महल अवध की बेगम के नाम से भी प्रसिद्ध थीं, अवध के नवाब वाजिद अली शाह की दूसरी पत्नी थीं। अंग्रेज़ों द्वारा कलकत्ते में अपने शौहर के निर्वासन के बाद उन्होंने लखनऊ पर क़ब्ज़ा कर लि... Read more
झलकारी बाई झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई की नियमित सेना में, महिला शाखा दुर्गा दल की सेनापति थीं। वे लक्ष्मीबाई की हमशक्ल भी थीं इस कारण शत्रु को गुमराह करने के लिए वे रानी के वेश में भी युद्ध क... Read more
स्वतंत्रता संघर्ष के ऐतिहासिक युग की जब भी किताबों और लेखों में बात होती है तो वहां कुछ गिने-चुने ही महान क्रांतिकारी और समाज सुधारकों की चर्चा होती है। स्वतंत्रता सेनानियों की इस सूची में क... Read more
स्मृति शेष। श्यामजी कृष्ण वर्मा क्रान्तिकारी गतिविधियों के माध्यम से भारत की आजादी के संकल्प को गतिशील करने वाले अध्यवसायी एवं कई क्रान्तिकारियों के प्रेरणास्रोत थे। वे पहले भारतीय थे, जिन्... Read more
पंडित कांशीराम का जन्म 1883 में पंजाब के अंबाला ज़िले में हुआ था। मैट्रिक पास करने के बाद उन्होंने तार भेजने प्राप्त करने का काम सीखा और कुछ दिन अंबाला और दिल्ली में नौकरी की। इसके बाद वे अम... Read more