वाराणसी। शहर दक्षिणी के विधायक एवं सेंट्रल बार के पूर्व अध्यछ डॉ नीलकंठ तिवारी को प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री बनाये जाने पर अधिवक्ताओ ने हर्ष जताया है। अधिवक्ताओ का मानना है कि डॉ नीलकंठ को मंत्री बनाये जाने से बनारस का विकास तो होना ही है साथ ही प्रदेश के अधिवक्ताओ के लिए टिन शेड मुक्त कचहरी, आवासीय कालोनी, पेंशन, मानदेय, बीमा समेत अन्य समस्याओ का त्वरित ढंग से निदान होगा। विधानसभा में उनकी मांगे प्रमुखता से रखी जाएंगी। डॉ नीलकंठ वर्ष 2014 में पूर्वांचल के सबसे बड़े अधिवक्ता संगठन सेंट्रल बार के कम उम्र में अध्यक्ष निर्वाचित हुए थे। फिर पहली बार में ही भाजपा के टिकट पर विधायक हुए और राज्यमंत्री बने। हर्ष जताने वालो में बनारस बार अध्यक्ष अनिल पाण्डेय, महामन्त्री आनंद मिश्र, सेंट्रल बार अध्यक्ष अशोक सिंह प्रिन्स, महामन्त्री ओमप्रकाश पाण्डेय, अनूप श्रीवास्तव, शिवानंद पाण्डेय, आरपी पाण्डेय, सुरेश श्रीवास्तव, शिवपूजन गौतम, मुरलीधर सिंह, घनश्याम मिश्र, श्रीनिवास मिश्र, राकेश पाण्डेय, जयनाथ मिश्र, श्यामसुन्दर पाण्डेय, गुलाब चौबे, शशांक शेखर त्रिपाठी, पुष्पराज सिंह, कमलकांत तिवारी, जैकी शुक्ल, राजकुमार तिवारी, ऋतू श्रीवास्तव, शालिनी श्रीवास्तव, नित्यानंद रॉय, उग्रसेन मिश्र, घनश्याम सिंह, महेंद्र दुबे, बच्चा सिंह, सुनील मिश्र, रंजन मिश्र, विवेक सिंह, अंशुमान दुबे, श्रीप्रकाश शुक्ल, धीरेन्द्र श्रीवास्तव, पुनीत तिवारी, सूर्यभान सिंह, अशोक कुमार, पंकज प्रकाश पाण्डेय, अशोक मिश्र, गोपालजी पाठक, ब्रजेश मिश्र, विनोद पाण्डेय, अरुणाशंकर तिवारी, सजीवन यादव, संजीव चौरसिया, उमाशंकर दुबे, लालचंद चौबे, डॉ एल एन चौबे, संतोष मिश्र, राजीव सिंह आदि अधिवक्ता प्रमुख रहे। लेकर विकास का काम होगा। इसके अलावा सिद्धार्थनगर, देवरिया, मऊ, बलिया, गाजीपुर, जौनपुर, मिर्जापुर, चंदौली और सोनभद्र में भी योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने को लेकर जमकर खुशियां मनायी गयीं। बता दें कि योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बनाने के लिये पूर्वांचल से अभियान चलाया गया था। तकरीबन हर जिले में उनकी वाहिनी सेना और समर्थकों ने इसके लिये हवन-पूजन और प्रार्थना का क्रम पिछले कई महीनों से जारी रखा था।