नये साल में ट्रम्प के ‘ट्रम्प कार्ड’
नये वर्ष 2018 के पहले सूर्योदय को भले ही दुनिया के कई हिस्सों में लोग नहीं देख पाये लेकिन राजनीतिक सरगर्मियों ने कड़ाके की ठण्ड को भी पिघला दिया है। दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ऐसे-ऐसे ट्रम्प कार्ड चल दिये जिससे पाकिस्तान तो तिलमिला ही गया है, अन्य देशों को भी चिंता सताने लगी है। डोनाल्ड ट्रम्प ने पाकिस्तान को 1628 करोड़ की आर्थिक सहायता पर रोक लगा दी है और कहा कि पाकिस्तान झूठा और धोखेबाज है। ऐसे देश को सहायता देना मूर्खता होगी। पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा रवैया अख्तियार करने के लिए कई सांसदों ने श्री ट्रम्प का समर्थन किया है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने अपनी तिलमिलाहट छिपाते हुए कहा कि आतंकवाद के खिलाफ अमेरिका के अभियान में हर तरह से मदद के बदले में हमें तानों और अविश्वास के अलावा कुछ नहीं मिला। पाकिस्तान की हमदर्दी में उसके मित्र राष्ट्र चीन ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष मंे दुनिया को पाकिस्तान का बलिदान स्वीकार करना चाहिए। चीन नेे यहां तक कहा कि दक्षिण एशिया में शांति व स्थिरता की दिशा में पाक हर संभव प्रयास कर रहा है। बहरहाल इन बातों का अमेरिका पर असर नहीं पड़ा है और ट्रम्प की इस घोषणा के बाद संयुक्त राष्ट्र मंे अमेरिकी राजदूत निक्की हेली ने भी पाकिस्तान को जमकर लताड़ा है और कहा पाकिस्तान कई वर्षों से अमेरिका के साथ दोहरा खेल खेल रहा है।
इसी के साथ डोनाल्ड ट्रम्प के प्रशासन ने एक ऐसा नियम बनाने को कहा है जिससे एच-1 बी बीजा धारी विदेशी नागरिकों को अमेरिका छोड़ना पड़ सकता है, भले ही उन्होंने अमेरिका के लिए ग्रीन कार्ड मिलने का आवेदन कर रखा है। ऐसे लोगों की संख्या 10 लाख से ज्यादा बतायी जा रही है और दुखद स्थिति यह है कि इन में पांच लाख से ज्यादा भारतीय नागरिक है। अमेरिका में नागरिकता और प्रवास की जिम्मेदारी संभालने वाला डीएचए उस प्रावधान को खत्म करना चाहता है जिसके तहत उन एच-1 बी बीजा धारकों की निवास की अवधि बढ़ जाती जिन्हांेने ग्रीन कार्ड (स्थायी नागरिकता) के लिए आवेदन कर रखा है। (हिफी)
किम जोंग को करारा जवाब
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग ने बीते साल की तरह इस साल भी अपनी हेकड़ी दिखानी शुरू कर दी थी और कहा कि नार्थ कोरिया ने परमाणु बम बना लिया है और उसका बटन हमेशा उनकी डेस्क पर रहता है। इसका करारा जवाब देते हुए अमेरिका ने कहा है कि कोई किम जोंग को बताए कि मेरे पास उनसे भी ज्यादा शक्तिशाली न्यूक्लियर बटन है जो कि कहीं अधिक बड़ा और पावर फुल है। साथ ही उन्हांेने कड़े शब्दों में कहा कि मेरा यह बटन सिर्फ दिखाने के लिए नहीं बल्कि काम भी करता है।
नये साल के पहले दिन उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने कहा था कि उत्तर कोरिया ने परमाणु बम बना लिया है और इसका उपयोग करने वाला बटन हमेशा उनकी टेबल पर तैयार रहता है। राजकीय चैनल द्वारा प्रसारित एक संदेश में उत्तर कोरिया के तानाशाह ने कहा कि हमने अपने देश के आणविक शक्ति के लक्ष्य को 2017 में ही प्राप्त कर लिया है। इसका बटन हमेशा मेरी डेस्क पर होता है। उन्होंने कहा कि यह सच्चाई है न कि धमकी। उन्होंने युद्ध संबंधी गतिविधियों के दौरान परमाणु हथियारों की तैनाती के लिए परमाणु हथियार व बैलेस्टिक मिसाइल का उत्पादन बढ़ाने की आवश्यकता भी बतायी थी। इस प्रकार किम जोंग ने व्यापक पैमाने पर परमाणु हथियारों और बैलेस्टिक मिसाइलों को बनाने की बात कही थी। किम ने कहा था कि उत्तर कोरिया ने अमेरिका और दक्षिण कोरिया के खतरों से निपटने के लिए परमाणु शक्ति विकसित की है। उन्होंने वाशिंगटन और सियोल अर्थात् अमेरिका और दक्षिण कोरिया से संयुक्त सैन्य अभ्यास बंद करने को भी कहा था।
किम जोंग के इन्हीं बयानों पर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ट्वीट किया कि भुखमरी से जूझ रहे किम जोंग के देश को कोई यह बता दे कि मेरे पास भी परमाणु बम है और यह उसके बम से कहीं बड़ा और ताकतवर है। (हिफी)
बांग्लादेश की पूर्व पीएम पर आफत
नये साल पर बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री बेगम खालिदा जिया को भी शुभकामनाओं के ढेर सारे संदेश मिले होंगे लेकिन लगता है उनका असर नहीं पड़ा। एक पुराने मामले में इसी 2 जनवरी को खालिदा जिया की गिरफ्तारी का आदेश आ गया। इससे नये साल का जश्न फीका पड़ गया है।
बांग्लादेश की एक अदालत ने 2015 में सरकार विरोधी आंदोलन के दौरान एक बस पर किये गये बम हमले के सिलसिले में 2 जनवरी को पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की गिरफ्तारी का आदेश जारी किया है। इस हमले में आठ लोग मारे गये थे। देश की कोमिला जिला अदालत की न्यायाधीश जैनब बेगम ने इस मामले में पुलिस द्वारा दायर आरोप पत्र को मंजूरी देते हुए गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया इस समय लगभग 72 वर्ष की हो चुकी हैं। वह बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की नेता हैं। उनकी पार्टी ने अवामी लीग सरकार के तत्वावधान में 2014 में हुए आम चुनाव का बहिष्कार किया था। इस चुनाव में खालिदा जिया की पार्टी मुख्य विपक्षी पार्टी बनी थी। बीएनपी और उसके गठबंधन के 20 सहयोगी दलों ने चुनाव के एक साल बाद ही सरकार के खिलाफ जबर्दस्त आंदोलन छेड़ा था। उस समय राष्ट्रव्यापी चक्का जाम का आह्वान भी किया गया था। यह विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया और एक बस पर पेट्रोल बम फेंका गया जिससे आठ यात्री मारे गये थे। इसी मामले में गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ है। इसके अलावा बेगम खालिदा जिया के खिलाफ देश द्रोह और भ्रष्टाचार के भी कई मामले चल रहे हैं। (हिफी)