मोदी ने की पशुपतिनाथ मंदिर में विशेष पूजा
काठमांडू। नरेन्द्र मोदी ने अपने दो दिवसीय नेपाल दौरे के अंतिम दिन प्रातः का समय मंदिरों में व्यतीत किया। वे सबसे पहले मुक्तिनाथ मंदिर पहुंचे इसके बाद काठमांडू के पशुपतिनाथ मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना की। श्री मोदी ने बौद्धों का लाल परिधान धारण किया था। उन्होंने हिन्दू और बौद्ध दोनों रीति-रिवाजों के अनुसार पूजा की।
मुक्तिनाथ घाटी में स्थित मुक्तिनाथ मंदिर हिन्दुओं और बौद्धों दोनों के लिए पवित्र स्थल माना जाता है। यहां दर्शन करने वाले श्री मोदी भारत के पहले प्रधानमंत्री है। पुराणों के अनुसार मुक्तिनाथ मंदिर का संबंध सृष्टि के आरम्भ काल से माना जाता है। इसी प्रकार पशुपतिनाथ मंदिर नेपाल में भगवान शिव का सबसे पवित्र मंदिर माना जाता है। यह हिन्दू धर्म के सबसे पवित्र 8 धर्मस्थलों में से एक है। इस मंदिर का कर्नाटक से भी गहरा नाता है क्योंकि यहां के ज्यादातर पुजारी कर्नाटक से ही आते हैं। (हिफी)
ट्रम्प-किम की वार्ता का आधार
वॉशिंगटन। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा कि उत्तर कोरिया द्वारा इस हफ्ते की शुरुआत में तीन अमेरिकी नागरिकों को रिहा करने से दोनों देशों के बीच अगले महीने होने वाली शिखर वार्ता की शर्तें तय हुई हैं। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘तीन नागरिकों की रिहाई से राष्ट्रपति ट्रंप एवं चेयरमैन किम के बीच सफल बैठक की शर्तें तय करने में मदद मिलेगी। हम अमेरिकी एवं कोरियाई लोगों तथा पूरी दुनिया के लिए 12 जून को सिंगापुर में शिखर वार्ता को सफल बनाने की खातिर डीपीडीके (डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया) के साथ अपनी तैयारियों को लेकर उत्साहित हैं।’’अमेरिकी विदेश मंत्रालय के फॉगी बॉटम स्थित मुख्यालय में पोम्पियो ने 12 जून को ट्रंप एवं किम के बीच होने वाली बैठक से जुड़ी तैयारियों को लेकर दक्षिण कोरिया की विदेश मंत्री कांग कुयांग- वा के साथ विस्तृत चर्चा की। उनके बीच अमेरिकी विदेश मंत्री की उत्तर कोरिया यात्रा और उत्तर एवं दक्षिण कोरिया के नेताओं के बीच पिछले महीने हुई मुलाकात को लेकर भी चर्चा हुई. दक्षिण कोरिया की विदेश मंत्री ने अमेरिकी नागरिकों की सफल रिहाई के लिए पोम्पियो एवं ट्रंप को बधाई देते हुए कहा कि यह अमेरिका-उत्तर कोरिया के बीच आगामी शिखर वार्ता के लिए एक ‘अच्छा’ संकेत है। (हिफी)
सीरिया पर इजरायली हमला
बेरूत। सीरिया में इस सप्ताह इजरायल के अप्रत्याशित हमले में मारे गए लोगों में कम से कम 11 ईरानी नागरिक शामिल हैं। ब्रिटेन स्थित सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के निदेशक रामी अब्देल रहमान ने कहा कि 10 मई के हमले में शासन के समर्थक 27 लड़ाके मारे गए। उन्होंने कहा, ‘‘छह सीरियाई सैनिक और 11 ईरानियों सहित 21 विदेशी लड़ाके मारे गए हैं।’’ इजरायल का कहना है कि उसने मिसाइल हमला इसलिए बोला क्योंकि दक्षिणी सीरिया में ईरान के बलों द्वारा गोलन हाइट्स पहाड़ियों पर प्रक्षेपास्त्र दागे गये थे। हालांकि ईरानी मिसाइलों से कोई हताहत नहीं हुआ था।
इससे पहले इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद को चेतावनी दी है कि वह सीरिया में इजरायल के बड़े पैमाने पर हुए हवाई हमलों पर कोई रुख अख्तियार नहीं करे। अगर सीरियाई सरकार ने हमारे खिलाफ कार्रवाई की तो हमें उसके खिलाफ कार्रवाई करनी पड़ेगी। इजरायल ने जवाबी हमले में सीरिया में ईरानी ठिकानों पर बमबारी की है। (हिफी)
पाक ने अमेरिकी राजनयिकों पर लगाया प्रतिबंध
इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने अपने देश में अमेरिकी राजनयिकों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। यह फैसला अमेरिका द्वारा पाकिस्तानी राजनयिकों पर यात्रा प्रतिबंध लगाने के बाद लिया गया है। एएनआई की खबर के मुताबिक, पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की ओर से ये घोषणा की गई है।
पाकिस्तान ने सभी अमेरिकी राजनयिकों पर अपने देश में मुक्त रूप से घूमने पर प्रतिबंध लगाया है। हालांकि, अमेरिकी राजनयिकों को सुरक्षा कारणों की वजह से पहले ही कई स्थानों पर जाने की मनाही है। बता दें, पिछले महीने अमेरिका ने पाकिस्तानी राजनयिकों पर वाशिंगटन स्थित दूतावास या अन्य शहरों के वाणिज्य दूतावासों के 40 किलोमीटर के दायरे से अधिक यात्रा पर प्रतिबंध लगाया था। पाकिस्तान ने इसके बाद ये फैसला लिया है। (हिफी)
फोटो पसूका से