स्वप्निल संसार । लखनऊ। आरक्षण की मांग को लेकर छात्र हज़रतगंज चौराहे से विधान सभा की ओर जा रहे थे, मौके पर मौजूद पुलिस ने जब छात्रों को रोका तो छात्र पुलिस और मीडिया से बदतमीज़ी करने लगे, और पुलिस के रोकने पर नही मान रहे थे, जिस पर पुलिस ने जमकर लाठी चार्ज किया।
समाजवादी के राष्ट्रीय सचिव राजेंद्र चौधरी ने जीपीओ (अंबेडकर प्रतिमा के पास) लखनऊ पर उच्च शिक्षण संस्थानों मेें आरक्षण बचाओ संघर्ष मोर्चा और उनके समर्थन में समाजवादी अनुसूचित जाति/जनजाति प्रकोष्ठ के धरना दे रहे शांति प्रिय कार्यकर्ताओं पर बिना किसी उत्तेजना के पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किए जाने की घोर निंदा की है। इस लाठीचार्ज में आधा दर्जन से ऊपर युवा घायल हो गए हैं। भाजपा के इस अमानवीय आचरण से युवा वर्ग आक्रोशित है।
उच्च शिक्षा में शिक्षकों के पदों पर यूजीसी के नए रोस्टर से पिछड़े वर्गो को मिलने वाला प्रतिनिधित्व समाप्त हो जाने की आशंका है। वैसे भी इन दिनों उच्च शिक्षा में संख्यानुपात में सीटें नही भरी गई है । आरक्षण बचाओं संघर्ष मोर्चा ने सरकार को दिए गए ज्ञापन मे कहा है कि आरक्षण खत्म करने की साजिश हो रही है। विश्वविद्यालय की जगह अब विभाग को इकाई मानने से उच्च शिक्षा में पिछड़ो का प्रतिनिधित्व शून्य हो जायेगा।
समाजवादी अनुसूचित जाति/जनजाति प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सर्वेश अम्बेडकर ने अपने दर्जनों साथियों के साथ अंबेडकर प्रतिमा स्थल पर जाकर आरक्षण बचाओं संघर्ष मोर्चा की मांगों का समर्थन किया और सिविल अस्पताल जाकर घायल छात्रों से मुलाकात की।
आरक्षण बचाओं संघर्ष मोर्चा के धरना-प्रदर्शन का नेतृत्व राजकरन निर्मल, राजवर्धन तथा जयवीर सिंह ने किया। धरने में सर्व श्री आजाद कुमार, दिवाकरराम, पूजा यादव, क्रान्ति तथा तरूण रावत, धु्रवकान्त पासी, गौरव रावत, आरजे भारती, विनय सोनकर, अशोक अंबेडकर, डा0 भूपेन्द्र दिवाकर, काशीराम रावत, महावीर प्रसाद, अखिलेश गौतम आदि की भागीदारी उल्लेखनीय रही।