पुण्य तिथि पर विशेष -आज़ादी के आन्दोलन को गति देने के लिये धन की तत्काल व्यवस्था की जरूरत के मद्देनजर शाहजहाँपुर में हुई बैठक के दौरान रामप्रसाद बिस्मिल ने अंग्रेज़ी खजाना लूटने की योजना बना... Read more
स्मृति शेष। खुदीराम बोस स्वाधीनता के लिये मात्र 19 साल की उम्र में हिन्दुस्तान की आजादी के लिये फाँसी पर चढ़ गये। वे अपने देश के लिये फाँसी पर चढ़ने वाले सबसे कम उम्र के ज्वलन्त तथा युवा क्र... Read more
झलकारी बाई झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई की नियमित सेना में, महिला शाखा दुर्गा दल की सेनापति थीं। वे लक्ष्मीबाई की हमशक्ल भी थीं इस कारण शत्रु को गुमराह करने के लिए वे रानी के वेश में भी युद्ध क... Read more
स्वप्निल संसार। बटुकेश्वर दत्त के स्वतंत्रता संग्राम के महान क्रान्तिकारी थे। बटुकेश्वर दत्त को देश ने सबसे पहले 8 अप्रैल 1929 को जाना, जब वे भगत सिंह के साथ केंद्रीय विधान सभा में बम विस्फो... Read more
पुण्य तिथि पर विशेष। विनोबा भावे महात्मा गांधी के अनुयायी सर्वाधिक जाने माने समाज सुधारक एवं भूदान यज्ञ आन्दोलन के संस्थापक थे। इनकी समस्त जि़ंदगी साधु संयासियों जैसी रही इसी कारणवश ये एक स... Read more
– वीर विनोद छाबड़ा पचास का दशक था वो। आठ-दस साल के रहे होंगे हम। लखनऊ के आलमबाग की चंदर नगर मार्किट के ऊपर रहते थे। सामने से गुज़रती कानपुर रोड की दूरी अधिक से अधिक पचास-साठ की मीटर रही... Read more
जयंती पर विशेष। स्वप्निल संसार। देशबंधु चित्तरंजनदास राजनीतिज्ञ, वकील, कवि तथा पत्रकार थे। उनके पिता का नाम भुवनमोहन दास था, जो सॉलीसिटर थे और बँगला में कविता भी करते थे। 1890 में बी.ए. प... Read more
देश के अमर सपूत वीर क्रान्तिकारी बलिदानी जिन्होंने भारत माता को आजाद कराने के लिए अपने प्राणो की आहुति दे दी। ऐसे ही वीर क्रांतिकारी शहीद जतीन्द्रनाथ दास (जन्म- 27 अक्टूबर, 1904, कलकत्ता, म... Read more
भारत में 1857 से लेकर 1947 तक का कुल नब्बे वर्ष हमारे इतिहास में दर्ज़ है, “एक संघर्ष की लड़ाई “के नाम।ये “संघर्ष की लड़ाई” थी-ब्रिटिश शासन से आज़ाद कर, लोकतन्त्र की स्थापना करने के लिए। इस संघ... Read more