पुण्य तिथि पर विशेष । स्वप्निल संसार । उस्ताद अलाउद्दीन खाँ सरोद वादक थे साथ ही अन्य वाद्य यंत्रों को बजाने में भी पारंगत थे। वह अतुलनीय संगीतकार और बीसवीं सदी के सबसे महान संगीत शिक्षकों मे... Read more
स्मृति शेष। किशन महाराज विख्यात तबला वादक थे। किशन महाराज का जन्म काशी के कबीरचौरा मुहल्ले में 3 सितम्बर 1923 में पारंपरिक रूप से संगीतज्ञ के परिवार में हुआ। कृष्ण जन्माष्टमी पर आधी रात को ज... Read more
उस्ताद विलायत ख़ाँ का जन्म 28 अगस्त, 1928 को तत्कालीन पूर्वी बंगाल के गौरीपुर (इस समय बांग्लादेश) में एक संगीतज्ञ परिवार में हुआ था। पिता, प्रख्यात सितार वादक उस्ताद इनायत हुसैन ख़ाँ, की... Read more
उस्ताद बिस्मिल्लाह खां का असली नाम था कमरुद्दीन खां, आपकी की पैदाइश – 21 मार्च 1916 को डुमरांव में हुई थी, जहाँ उनके पूर्वज दरबारी संगीतकार थे और पीढ़ियों से शहनाई वादन के साथ जुड़े थे ... Read more
स्मृति शेष –पंडित जसराज का जन्म 28 जनवरी 1930 को ऐसे परिवार में हुआ था जिसे 4 पीढ़ियों तक हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत को एक से बढ़कर एक शिल्पी देने का गौरव प्राप्त है। उनके पिताजी पं... Read more
स्वप्निल संसार। ‘चमक उठी सन् सत्तावन में वह तलवार पुरानी थी बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी ख़ूब लड़ी मरदानी वह तो झाँसी वाली रानी थी। ’ इन पंक्तियों का उद्घोष होते ही इनकी लेखि... Read more
संजोग वॉल्टर। एजेन्सी। वैजयन्ती माला बाली हिन्दी सिनेमा के सुनहरे दौर की अभिनेत्री वैजयंती माला का आज जन्मदिन है । क्लासिकल डांस में निपुण और दो दशकों से ज्यादा समय तक हिंदी फिल्मों पर रा... Read more
स्वप्निल संसार। पंडित विष्णु नारायण भातखंडे हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत के विद्वान थे। आधुनिक भारत में शास्त्रीय संगीत के पुनर्जागरण के अग्रदूत हैं जिन्होंने शास्त्रीय संगीत के विकास के लि... Read more
“अगर एक मुसलमान संगीतज्ञ हो तो उसे उस्ताद कहा जाता है, अगर वह हिन्दू हो तो उसे पंडित कहा जाता है। परन्तु केसरबाई तथा मोगुबाई जैसी संगीत विदुषियाँ केवल बाई ही रह जाती हैं।” -गंगूब... Read more
स्वप्निल संसार। झुंझुनूं के लूणा गांव में 18 जुलाई 1927 को जन्में मेहदी हसन का परिवार संगीतकारों का परिवार रहा है। मेहदी हसन के अनुसार कलावंत घराने में वे उनसे पहले की 15 पीढ़ियां भी संगीत स... Read more