जयंती पर विशेष उस्ताद बिस्मिल्लाह खां का असली नाम था कमरुद्दीन खां, आपकी की पैदाइश – 21 मार्च 1916 को डुमरांव में हुई थी, जहाँ उनके पूर्वज दरबारी संगीतकार थे और पीढ़ियों से शहनाई वादन... Read more
“अगर एक मुसलमान संगीतज्ञ हो तो उसे उस्ताद कहा जाता है, अगर वह हिन्दू हो तो उसे पंडित कहा जाता है। परन्तु केसरबाई तथा मोगुबाई जैसी संगीत विदुषियाँ केवल बाई ही रह जाती हैं।” -गंगूब... Read more
जयन्ती पर विशेष। जगजीत सिंह ग़ज़लों की दुनिया के बादशाह और अपनी सहराना आवाज से लाखों-करोड़ों सुनने वालों के दिलों पर राज करने वाले प्रसिद्ध गजल गायक थे। खालिस उर्दू जानने वालों की मिल्कियत समझी... Read more
पंडित भीमसेन जोशी किराना घराने के शास्त्रीय गायक थे। उन्होंने 19 साल की उम्र से गायन शुरू किया था और वे सात दशकों तक शास्त्रीय गायन करते रहे। उनकी योग्यता का आधार उनकी महान संगीत साधना है। द... Read more
पुण्यतिथि पर विशेष-अल्ला रक्खा ख़ाँ भारत के सर्वश्रेष्ठ एकल और संगीत वादक थे। इनका पूरा नाम पूरा नाम क़ुरैशी अल्ला रक्खा ख़ाँ है। अल्ला रक्खा ख़ाँ अपने को पंजाब घराने का मानते थे। अल्ला रक्... Read more
पंडित जसराज का जन्म 28 जनवरी 1930 को ऐसे परिवार में हुआ जिसे 4 पीढ़ियों तक हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत को एक से बढ़कर एक शिल्पी देने का गौरव प्राप्त है। उनके पिताजी पंडित मोतीराम जी मेवात... Read more
पुण्य तिथि पर विशेष-पंडित भीमसेन जोशी किराना घराने के शास्त्रीय गायक थे। उन्होंने 19 साल की उम्र से गायन शुरू किया था और वे सात दशकों तक शास्त्रीय गायन करते रहे। उनकी योग्यता का आधार उनकी मह... Read more
नरेंद्र चंचल प्रसिद्ध गायकों में थे। मुख्य रूप से उन्हें माता के भजन गायक के रूप में जाना जाता था। नरेंद्र चंचल ने बहुत-से भजन और हिंदी फिल्म में गीत गाए थे। उनके गीत के बिना हर दुर्गा पूज... Read more
हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत और नृत्य में तो गौहर जान पारंगत थी हीं, लेकिन उन्हें सबसे ज्यादा इसलिए याद किया जाता है क्योंकि भारतीय संगीत के इतिहास में अपने गानों को रिकॉर्ड करने वाल... Read more
पुण्य तिथि पर विशेष। पंडित रवीन्द्र शंकर चौधरी, विश्व में भारतीय शास्त्रीय संगीत की उत्कृष्टता के सबसे बड़े उदघोषक थे। सितार वादक के रूप में उन्होंने ख्याति अर्जित की। रवि शंकर और सितार मानो... Read more