स्मृति शेष। काका हाथरसी का अविस्मरणीय योगदान उनकी सदा याद दिलायेगा। काका हाथरसी,(18 सितम्बर 1906 ,18 सितम्बर 1995) में हाथरस में जन्मे ( असली नाम: प्रभुनाथ गर्ग ) हिंदी हास्य कवि थे। उनकी श... Read more
जयंती पर विशेष मक़बूल फि़दा हुसैन प्रसिद्ध चित्रकार जिनका पूरा जीवन चित्रकला को समर्पित था और जिन्हें प्रगतिशाली चित्रकार माना जाता है। मक़बूल फि़दा हुसैन को कला के क्षेत्र में भारत सरकार द्... Read more
15 सितम्बर 1919 को जन्मे खुमार बाराबंकवी का नाम “मोहम्मद हैदर खान” था। बाराबंकी जिले को अन्तर्राष्ट्रीय पटल पर पहचान दिलाने वाले अजीम शायर खुमार बाराबंकवी को प्यार से बेहद करीबी... Read more
स्मृति शेष। अवतार सिंह संधू , जिन्हें सब पाश के नाम से जानते हैं पंजाबी कवि और क्रांतिकारी थे। 23 मार्च 1988 के दिन इस इंकलाबी पंजाबी कवि अवतार सिंह संधू उर्फ ‘पाश’ को खालिस्तानी... Read more
दुष्यंत कुमार त्यागी हिंदी कवि और ग़ज़लकार थे। समकालीन हिन्दी कविता विशेषकर हिन्दी ग़ज़ल के क्षेत्र में जो लोकप्रियता दुष्यंत कुमार को मिली, वो दशकों बाद विरले किसी कवि को नसीब होती है। दु... Read more
अली सरदार जाफ़री उर्दू भाषा के प्रसिद्ध साहित्यकार थे। इन्हें 1997 में ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।उर्दू साहित्य में अली सरदार जाफरी शायरी के साथ-साथ आलोचनात्मक निबंधों के लिए... Read more
लच्छू महाराज जाने माने तबला वादक थे। उन्होंने बनारस घराने की तबला बजाने की परम्परा को आगे बढ़ाया था। उनके कई शिष्य देश-विदेश में तबला बजा रहे हैं। लच्छू महाराज बेहद सादगी पसंद व्यक्ति थे, य... Read more
“बांसुरी के जादूगर” नयी बांसुरी के जन्मदाता और भारतीय शास्त्रीय संगीत के युगपुरुष पन्नालाल घोष प्रसिद्ध बाँसुरी वादक , जिन्होंने लोक वाद्य बाँसुरी को शास्त्रीय के रंग में ढालकर शास्त्रीय वाद... Read more