चलो दिलदार चलो चांद के पार चलो हम हैं तैयार चलो…’पाकीज़ा फ़िल्म के इस मशहूर गीत को क़लमबंद करने वाले शायर और गीतकार कैफ़ भोपाली को मुशायरों की रौनक़ कहा जाता था, वह आम चलन से हटक... Read more
जयन्ती पर विशेष। -अशोक पाण्डे । अपने होने वाले पति यानी अंतर्राष्ट्रीय ख्याति के नर्तक उदयशंकर से हुई पहली मुलाक़ात को याद करते हुए अमला शंकर ने अपने संस्मरण ‘प्रेम का देवता में लिखा ह... Read more
स्वप्निल संसार। हुल्लड़ मुरादाबादी हिंदी हास्य कवि थे। इतनी ऊंची मत छोड़ो, क्या करेगी चांदनी, यह अंदर की बात है, तथाकथित भगवानों के नाम हास्य कविताओं से भरपूर पुस्तकें लिखने वाले हुल्लड़ मुर... Read more
अनवर जलालपुरी ‘यश भारती’ से सम्मानित उर्दू के मशहूर शायर थे। उन्होंने ‘श्रीमद्भागवत गीता’ का उर्दू शायरी में अनुवाद किया था। उर्दू दुनिया की नामचीन हस्तियों में... Read more
जयन्ती पर विशेष। -अशोक पाण्डे अपने होने वाले पति यानी अंतर्राष्ट्रीय ख्याति के नर्तक उदयशंकर से हुई पहली मुलाक़ात को याद करते हुए अमला शंकर ने अपने संस्मरण ‘प्रेम का देवता में लिखा है-... Read more
पुण्य तिथि पर विशेष स्वप्निल संसार। मकबूल फ़िदा हुसैन,एम एफ़ हुसैन के नाम से जाने जाने वाले चित्रकार थे। कलाकार के तौर पर उन्हे 1940 के दशक में ख्याति मिली। 1952 में उनकी पहली एकल प्रदर्शनी... Read more
मक़बूल फि़दा हुसैन प्रसिद्ध चित्रकार जिनका पूरा जीवन चित्रकला को समर्पित था और जिन्हें प्रगतिशाली चित्रकार माना जाता है। मक़बूल फि़दा हुसैन को कला के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा 1991 में भ... Read more
स्मृति शेष -अमन दलाल। “कवि देवल आशीष हमारे बीच से जा चुके हैं, हिन्दी साहित्य की वाचिक परम्परा ने सम्भवत: अपना सबसे श्रेष्ठ युवा कवि-गीतकार खो दिया है और श्री देवल का रिक्त हो चुका स्थान अब... Read more
स्वप्निल संसार। हुल्लड़ मुरादाबादी हिंदी हास्य कवि थे। इतनी ऊंची मत छोड़ो, क्या करेगी चांदनी, यह अंदर की बात है, तथाकथित भगवानों के नाम हास्य कविताओं से भरपूर पुस्तकें लिखने वाले हुल्लड़ मुर... Read more
नवाब मिर्जा खाँ ‘दाग़’ , उर्दू के प्रसिद्ध कवि थे। इनका जन्म 25 मई 1831 में दिल्ली में हुआ था । इनके पिता शम्सुद्दीन खाँ नवाब लोहारू के भाई थे। जब दाग़ पाँच-छह वर्ष के थे तभी इन... Read more