पुण्य तिथि पर विशेष। एजेन्सी । शाह नवाज़ ख़ान ऐसे नेता हुए हैं, जिन्होंने चार बार मेरठ से बड़े अंतर से लोकसभा का चुनाव जीता। शाह नवाज़ ख़ान आजाद हिंद फौज के बड़े अफसर भी थे । राजनीति में बड... Read more
स्मृति शेष। खुदीराम बोस स्वाधीनता के लिये मात्र 19 साल की उम्र में हिन्दुस्तान की आजादी के लिये फाँसी पर चढ़ गये। वे अपने देश के लिये फाँसी पर चढ़ने वाले सबसे कम उम्र के ज्वलन्त तथा युवा क्... Read more
झलकारी बाई झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई की नियमित सेना में, महिला शाखा दुर्गा दल की सेनापति थीं। वे लक्ष्मीबाई की हमशक्ल भी थीं इस कारण शत्रु को गुमराह करने के लिए वे रानी के वेश में भी युद्ध क... Read more
स्वप्निल संसार। बटुकेश्वर दत्त के स्वतंत्रता संग्राम के महान क्रान्तिकारी थे। बटुकेश्वर दत्त को देश ने सबसे पहले 8 अप्रैल 1929 को जाना, जब वे भगत सिंह के साथ केंद्रीय विधान सभा में बम विस्फो... Read more
पुण्य तिथि पर विशेष। विनोबा भावे महात्मा गांधी के अनुयायी सर्वाधिक जाने माने समाज सुधारक एवं भूदान यज्ञ आन्दोलन के संस्थापक थे। इनकी समस्त जि़ंदगी साधु संयासियों जैसी रही इसी कारणवश ये एक सं... Read more
– वीर विनोद छाबड़ा पचास का दशक था वो। आठ-दस साल के रहे होंगे हम। लखनऊ के आलमबाग की चंदर नगर मार्किट के ऊपर रहते थे। सामने से गुज़रती कानपुर रोड की दूरी अधिक से अधिक पचास-साठ की मीटर रही... Read more
महामना मदन मोहन मालवीय काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के प्रणेता तो थे ही इस युग के आदर्श पुरुष भी थे। वे भारत के पहले और अन्तिम व्यक्ति थे जिन्हें महामना की सम्मानजनक उपाधि से विभूषित किया गया।... Read more