पुण्य तिथि पर विशेष- के. आसिफ निर्माता-निर्देशक और पटकथा लेखक थे, जिन्होंने भारतीय सिनेमा की सर्वकालिक क्लासिक फिल्म मुगल ए आज़म बनाई थी। बहुत कम फिल्में और बहुत ज्यादा प्रसिद्धि हासिल करने व... Read more
जयंती पर विशेष- शैलेश शर्मा । अभिनेता जलाल आगा की पैदाइश का साल 1946 हैं ,वे चरित्र अभिनेता आगा के पुत्र थे आप फ़िल्म एन्ड टेलीविज़न ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट पुणे से प्रशिक्षित अभिनेता थे ,वे (अब... Read more
स्मृति शेष। शम्मी आंटी,का असली नाम नर्गिस था, उन्हें इंडस्ट्री में प्यार से शम्मी आंटी बुलाया जाता था। शम्मी आखिरी बार फराह खान और बोमन ईरानी स्टारर फिल्म ‘शीरीं फरहाद की तो निकल पड़ी... Read more
मां, सास, दादी, नानी केसे रोल करने वाली दीना पाठक को हिंदी फिल्मों के दर्शकों ने कुछ नहीं गिना. लेकिन हकीकत ये है कि शिक्षा और एक्टिंग क्षमताओं के मामले में ये अभिनेत्रियां हीरो लोगों से क... Read more
महात्मा गांधी का पसंदीदा भजन था “वैष्णव जन तो तेने कहिए”। ये गुजराती भजन था और इसे गाया था कन्नड़ गायिका अमीरबाई कर्नाटकी ने। महात्मा गांधी अमीरबाई के इस भजन के मुरीद थे और इसी... Read more
गुलशन राय ऐसे फिल्मकार थे जो अपनी मल्टीस्टारर फिल्मों के जरिये दर्शकों के बीच जाते थे और नई कहानियों गीत संगीत से भरपूर मनोरंजन करते थे। इन फिल्मों के जरिए अभिनेताओं ,अभिनेत्रियों को नया मु... Read more
#जयप्रकाशउत्तराखंडी-1950 के दशक की शीर्ष और खूबसूरत फिल्म नायिका शीला केवल रमानी मसूरी के जरिये ही फिल्मों में पहुंची थी. उन दिनों फिल्म निर्माता निर्देशक मसूरी और शिमला जैसे अंग्रेजीदां हिल... Read more
जयंती पर विशेष- सत्यजित राय फ़िल्म निर्देशक थे, जिन्हें 20 वीं शताब्दी के सर्वोत्तम फ़िल्म निर्देशकों में गिना जाता है। इनका जन्म कला और साहित्य के जगत में जाने-माने कोलकाता (तब कलकत्ता) के... Read more
जॉय मुखर्जी फिल्मों के आकर्षक अभिनेताओं में थे। वे उन अभिनेताओं में थे, जिन्होंने दर्शकों के दिलों पर बहुत लम्बे समय तक राज किया था। उन्होंने एक मुसाफिर एक हसीना, फिर वही दिल लाया हूँ,लव... Read more
– वीर विनोद छाबड़ा-साठ से लेकर नब्बे के सालों के दौर में अभिनेत्री उर्मिला भट्ट एक जाना-माना नाम थीं. उन दिनों वो मां-सास की भूमिकाओं के लिए फिट पायी जाती थीं. हालांकि इन भूमिकाओं के ल... Read more