स्मृति शेष। सैर कर दुनिया की गाफिल जिंदगानी फिर कहां जिंदगी गर रही तो ये जवानी फिर कहां-ये ख्वाजा मीर ‘दर्द’ का शेर है और अगर किसी व्यक्ति पर यह पूरी तरह फिट बैठता है, तो वो हैं... Read more
आंबेडकर जयंती (14 अप्रैल) पर विशेष-हमारे देश के संविधान निर्माता बाबा साहेब डा0 भीमराव आम्बेडकर को सिर्फ श्रद्धांजलि ही नहीं चाहिए, उनके विचारों पर मनन करने की जरूरत है। आज उनके नाम पर जिस त... Read more
जयंती पर विशेष। कस्तूरबा गांधी महात्मा गांधी की पत्नी जो बा के नाम से विख्यात हैं। भारत के गौरवशाली इतिहास में बलिदान की इतनी गाथाएँ हैं कि सितारों की गिनती तक कम पड़ जाती है। अगर हम अपने इत... Read more
जयंती पर विशेष -ज्योतिराव गोविंदराव फुले 19वीं सदी के महान विचारक, समाजसेवी, लेखक, दार्शनिक तथा क्रान्तिकारी कार्यकर्ता थे। इन्हें ‘महात्मा फुले’ एवं ‘ज्योतिबा फुले... Read more
स्मृति शेष। सैर कर दुनिया की गाफिल जिंदगानी फिर कहां जिंदगी गर रही तो ये जवानी फिर कहां-ये ख्वाजा मीर ‘दर्द’ का शेर है और अगर किसी व्यक्ति पर यह पूरी तरह फिट बैठता है, तो वो हैं... Read more
स्मृति शेष। सी. एफ़. एंड्रयूज मिशनरी, शिक्षक और समाज सुधारक थे। महात्मा गाँधी के करीबी मित्रों में सी. एफ़. एंड्रयूज भी थे। वह गाँधीजी के साथ स्वतंत्रता आंदोलन में भी उनके साथ बराबर रहे।... Read more
जयन्ती पर विशेष। बाबू जगजीवन राम का जन्म- 5 अप्रैल 1908 में हुआ। दलित के घर में जन्म लेकर राष्ट्रीय राजनीति के क्षितिज पर छा जाने वाले बाबू जगजीवन राम का जन्म बिहार की उस धरती पर हुआ था जिस... Read more
जयंती पर विशेष-पंडिता रमाबाई मेधावी विदुषी समाजसुधारक और भारतीय नारियों को उनकी पिछड़ी हुई स्थिति से ऊपर उठाने के लिए समर्पित थीं। मेधावी क्रेटर( शुक्र ग्रह का गढ्डा)का नाम रामाबाई मेधावी क... Read more