जयंती पर विशेष- शम्मी आंटी,का असली नाम नर्गिस था,मगर उन्हें इंडस्ट्री में प्यार से शम्मी आंटी बुलाया जाता था। शम्मी आखिरी बार फराह खान और बोमन ईरानी स्टारर फिल्म ‘शीरीं फरहाद की तो नि... Read more
सत्य साईं बाबा भारत के बेहद प्रभावशाली आध्यात्मिक गुरुओं में थे। आज दुनिया जिन्हें सत्य साई बाबा के नाम से जानती है, उनके बचपन का नाम ‘आर. सत्यनारायण राजू’ था। सत्यनारायण राजू स... Read more
राकेश अचल। उज्जैन के ‘महाकाल’ परेशान हैं. वे राघौगढ़ के राजा और ग्वालियर के महाराज के बीच पिस रहे हैं.दोनों महाकाल से एक-दूसरे के खिलाफ प्रार्थनाएं कर रहे हैं.महकाल किसकी मनोकामना... Read more
Pearl Padamsee was an theatre personality as a stage actress, director and producer of English language theatre in Mumbai active in 1950s–1990s. She acted a few Hindi and English language f... Read more
मुबारक साल गिरह । 24 अप्रैल 1956 को छत्तीसगढ़ की मशहूर लोक गायिका तीजन बाई का जन्म हुआ था। छत्तीसगढ़ की प्राचीन पंडवानी कला (कापालिक शैली )को बढ़ाने में तीजन बाई का विशेष योगदान माना जाता है... Read more
इस्लाम हुसैन। इस देश और इस राज्य की विरासत संघर्ष, इंसानियत और लोकतंत्र की है। इसलिए इस समय इस वीर को याद करना बहुत ज़रूरी है। आप भी आ जाइएगा! अपनी विरासत को ज़िंदा रखें!_। आज 23 अप्रैल को उत्... Read more
पुण्य तिथि पर विशेष –सत्यजित राय फ़िल्म निर्देशक थे, जिन्हें 20 वीं शताब्दी के सर्वोत्तम फ़िल्म निर्देशकों में गिना जाता है। इनका जन्म कला और साहित्य के जगत में जाने-माने कोलकाता (तब क... Read more
स्मृति शेष। –पंडिता रमाबाई मेधावी विदुषी समाज सुधारक और भारतीय नारियों को उनकी पिछड़ी हुई स्थिति से ऊपर उठाने के लिए समर्पित थीं। मेधावी क्रेटर( शुक्र ग्रह का गढ्डा)का नाम रामाबाई मे... Read more
स्मृति शेष। शमशाद बेगम हिन्दी फिल्मों की शुरुआती पार्श्वगायिकाओं में थीं। हिन्दी सिनेमा के प्रारम्भिक दौर में उनकी खनखती और सुरीली आवाज ने बड़ी संख्या में उनके प्रशसकों की भीड़ तैयार कर दी थ... Read more
विश्व पुस्तक दिवस 23 अप्रैल को विश्व साहित्य के प्रतीक दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसी दिन 1616 में सर्वंतेस, शेक्सपियर और इन्का गर्सिलासो दे ला वेगा की मृत्यु हुई थी। यह दिन कई और प्रम... Read more