यह कहानी उस दौर की है जब एक औरत को मर्द के पैर की जूती से ज्यादा कुछ समझा नहीं जाता था, जब एक औरत के हाथ सिर्फ घर के काम और रोटियाँ सेंकने के ही काम आते थे।मिलिए उस दौर की ऐसी लड़की से जिसका... Read more
राकेश अचल। आग्रह का कच्चा हूं। कच्चा ही नहीं बल्कि बेहद कच्चा हूं इसीलिए मित्रों के आग्रह पर स्वयंभू सरकारों और तथाकथित संतों के बारे में लिख रहा हूं।न लिखूं तो पाठक और मित्र मुझे घोर शाप भी... Read more
राकेश अचल । खुशनसीब हैं गोस्वामी तुलसीदास जो सोलहवीं शताब्दी में पैदा होकर मर-खप गये।वे यदि इस दौर में पैदा होते तो उन्हें जान क वाले पड़ जाते। तुलसी की रामचरितमानस को लेकर अब राजनीतिक दल ह... Read more
पोंगल का तमिलनाडु प्रमुख त्योहार है। यह हर साल 14-15 जनवरी को मनाया जाता है। इसकी तुलना नवान्न से की जा सकती है जो फसल की कटाई का उत्सव होता है (शस्योत्सव)। पोंगल का तमिल में अर्थ उफान या वि... Read more
राकेश अचल । माघ में जब सूर्य मकर राशि पर जाते हैं तब सब लोग तीर्थराज प्रयाग को आते हैं। देवता, दैत्य, किन्नर और मनुष्यों के समूह सब आदरपूर्वक त्रिवेणी में स्नान करते हैं। वर्ष 2023 के माघ मे... Read more
धार्मिक सद्भाव और सामाजिक प्रतिरोध का त्योहार है लोहड़ी,-गोबर पट्टी का मीडिया छिपाता है यह महत्वपूर्ण बात। जहां जहां पंजाबी समाज है वहां वहां पूरे देश में लोहड़ी का त्यौहार पूरे जोश-खरोश से म... Read more
राकेश अचल। अपने देश की सियासत पर लिखना,अपना समय बर्बाद करना है, किंतु जब कोई विकल्प ही न हो तो सियासत पर लिखे बिना भी नहीं रहा जाता। दुर्भाग्य ये है कि नीति की बात करने वाले त्रेता में भी लत... Read more
राकेश अचल । भारत में हिमालय की गोद में बसे जोशीमठ की जान को खतरा है। जोशीमठ क्या पूरे उत्तराखंड की जान खतरे में है। जोशीमठ की जान बचाने के लिए वैज्ञानिक और सत्ता के मठाधीश पूरी ताकत से जुटे... Read more
राकेश अचल । नये साल का चेहरा खून- आलूदा नजर आया। आतंकियों ने साढ़े तीन साल पहले खंडित किए गए जम्मू कश्मीर में 04 निरपराध लोगों की हत्या कर दी।मरने वाले सभी हिन्दू थे। सवाल ये है कि जब एक सूब... Read more
-सरफ़राज़ ख़ान-विभिन्न संस्कृतियों के देश भारत में एक नहीं दो नहीं, बल्कि अनेक नववर्ष मनाए जाते हैं. यहां के अलग-अलग समुदायों के अपने-अपने नववर्ष हैं. अंग्रेजी कैलेंडर का नववर्ष एक जनवरी... Read more