स्वप्निल संसार। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो सुश्री मायावती ने शनिवार को मुजफ्फरनगर में चुनाव रैली के दौरान कहा है कि अगर वह दोबारा सत्ता में आती है तो मूर्तियों का निर्माण नहीं करेंगी।सुश्री मायावती ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि “अब आने वाले कार्यकाल में मूर्ति स्थापित नहीं की जाएगी” क्योंकि यह कार्य पहले ही पूर्ण कर लिया गया है। इस बार मेरी प्राथमिकता प्रदेश की जनता को सुरक्षित वातावरण देना और प्रदेश को विकास के पथ पर ले जाने की होगी। सुश्री मायावती ने कहा कि उनकी बीएसपी की सरकार “गरीबों को लैपटॉप-मोबाइल की जगह आर्थिक मदद देगी”। वहीं दूसरी ओर मायावती अपने विरोधियों पर जमकर बरसी। उन्होंने मुलायम सिंह यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि मुलायम सिंह ने पुत्र मोह के चलते शिवपाल को अपमानित किया है। उन्होंने ये भी ज़ोर देकर कहा कि “सपा के दोनों खेमे एक दूसरे को हराएंगे”। सुश्री मायावती ने आगे कहा कि ऐसी स्थिति में जहाँ सपा के दोनों खेमे एक दूसरे को हराने में लगे होंगे वहां पर यदि अल्पसंख्यक समाज के लोग सपा के उम्मीदवारों को वोट देते हैं तो नुकसान होगा और बीजेपी को फायदा होगा। ऐसे में अल्पसंख्यक समाज को चाहिए कि वो बीएसपी को वोट दें।” मायावती ने बीजेपी की नोटबंदी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी ने सिर्फ हवा-हवाई वादे किए हैं साथ ही उन्होंने आशंका जताई कि यदि राज्य में बीजेपी या सपा सत्ता में आती है, तो यूपी नरक बन जाएगा। उन्होंने कहा कि दंगे अचानक नहीं होते, बल्कि प्लैन किए जाते हैं। मायावती ने आरोप लगाया कि मुजफ्फरनगर में दंगे सपा और भाजपा की मिलीभगत से हुए। इन दंगों से केवल आम आदमी का नुकसान होता है। मायावती ने भाजपा पर हमला करते हुए ये भी कहा कि केन्द्र में पार्टी के तीन साल के शासन में कोई विकास नहीं हुआ।
मायावती ने सपा सरकार पर खराब कानून व्यवस्था को लेकर भी निशाना साधा और 2013 में हुए मुजफ्फरनगर दंगे, दादरी कांड जैसी घटनाओं का उदाहरण दिया। समाजवादी पार्टी पर तीखा प्रहार करते हुए बसपा प्रमुख मायावती ने ये आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ पार्टी के चलते उत्तरप्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गयी है और गुंडाराज कायम हो गया है तथा महिलाओं के खिलाफ अत्याचार किए जा रहे हैं। मायावती ने चुनावी सभा को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि ‘‘समाजवादी पार्टी ने राज्य में कोई विकास नहीं किया है। मायावती कांग्रेस पर भी बरसी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में अपने 27 वर्ष के शासन और केन्द्र में 54 वर्ष के शासन के दौरान कुछ नहीं किया।