एजेंसी।नई दिल्ली:पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 500 और 1000 के नोटबंदी के पीछे एक बड़ी वजह यह बताई गयी थी कि इससे बाज़ार में चल रहे नकली नोटों का सफाया हो जायेगा परंतु इस सबके बावजूद इन दिनों तमाम बैंकों की एटीएम मशीनों से नकली नोट निकलने की खबरें आ रही हैं। हैरत की बात ये है कि एटीएम में ऐसी कोई डिवाइस ही नहीं लगी होती है जिससे इन मशीनों तक आए नकली नोटों को पकड़ा जा सके।साथ ही एटीएम मशीन द्वारा लोगों को दिए गए नकली नोट को बदलने का भी कोई प्रावधान नहीं है।देश में नवंबर 2016 में 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट अमान्य किए जाने के बाद 500 और 2000 रुपये के नोट बाजार में चलन में आए हैं पर इन नए नोटों में भी बड़े पैमाने पर धीरे-धीरे खामियां उजागर हो रही हैं। उपभोक्ता एक तरफ तकनीकी चूक के चलते परेशान हैं तो वहीँ दूसरी ओर बाज़ार में नकली नोट के चलन में आने से उसकी मुसीबत और बढ़ गयी है। बैंकों की एटीएम मशीनों से चूरन पुड़िया वाला नोट,नकली और बिना नंबर वाले नोटों के निकलने से भी ग्राहकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।एटीएम से पैसा निकालते वक्त यदि नकली नोट निकला तो वो नहीं बदला जाएगा।
मध्य प्रदेश के नीमच जिले के चंद्रशेखर गौड़ ने नोटबंदी से पहले एटीएम मशीनों से निकलने वाले नकली नोटों के संदर्भ में भारतीय रिजर्व बैंक से ब्यौरा मांगा था।आरबीआई के मुद्रा प्रबंध विभाग के नोट विनिमय (नोट एक्सचेंज) और जाली नोट सतर्कता प्रभाग ने जो ब्यौरा समक्ष रखा है वह हैरान करने वाला है।इस ब्यौरे के मुताबिक,100 रुपये या उससे अधिक की राशि के नोट तभी मशीन में डाले जाते हैं,जब उन्हें बैंक नोट मशीन से जांच-परख कर लेती है।नोटों के असली और प्रचलन योग्य होने पर ही मशीनों में डाला जाता है।आरबीआई ने अपने जवाब में आगे कहा कि आरबीआई की ओर से एटीएम में नकली नोट को पकड़ने के सन्दर्भ में कोई दिशा-निर्देश नहीं है।गौड़ ने आरबीआई से प्रश्न पूछा था कि अगर एटीएम से नकली नोट निकलता है तो उसे कैसे बदलवाया जा सकता है?इस पर आरबीआई ने जवाब दिया कि जाली नोट का कोई मूल्य नहीं होता,इसलिए उसका विनिमय नहीं हो सकता।आरबीआई की ओर से एटीएम से निकलने वाले नकली नोटों को लेकर मिले जवाब के बाद गौड़ ने प्रधानमंत्री कार्यालय के पब्लिक ग्रेविएंस सेल से विनती की है कि आरबीआई को निर्देश जारी किए जाएं कि जब बैंक उपभोक्ताओं से नोट की असलियत चेक करने के बाद ही लिए जाते हैं तो एटीएम मशीन में भी ऐसे डिटेक्टर लगे होना चाहिए जिससे उपभोक्ता को भी यह संतुष्टि रहे कि उसे जो नोट मशीन से मिल रहा है वह असली है।प्रधनमंत्री कार्यालय ने एक अक्टूबर,2016 को गौड़ के सुझाव को दर्ज कर आगे बढ़ाने का भरोसा दिलाया था।