लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा को अपनी खोखली नीतियों और विकास के काम में पिछड़ जाने का खासा एहसास हो चला है। इसलिए उसके नेताओं ने गोएबल्स की शरण ले ली है। झूठ को बार-बार दुहराकर सच साबित करने की इस बदनाम शैली को जनता जान गई है। समाजवादी सरकार के काम और भाजपा की राज्य सरकार की नाकामी का पूरा ब्यौरा उसके सामने है। इसलिए जनता की आंखों में धूल झोंकने की भाजपाई कोशिश अब रंग नहीं ला पाएगी।
भाजपा नेतृत्व के पास गिनाने को अपनी एक भी योजना नही है। जनता मंहगाई से त्रस्त है। किसान की फसल का लागत मूल्य भी नहीं मिल रहा है। बदहाली में वह आत्महत्या करने लगा है। नौजवान को रोजगार नहीं मिल रहा है। हाॅ, भाजपा राज में निवेश के नाम पर एक नया करतब सामने आ रहा है। अमीर गरीबों का बैंक में जमा पैसा लेकर भाग गये हैं।
भाजपा राज में अपराधियों की पौबारह है। पुलिस वाले उनसे भय खाते हैं। थानों में भाजपा नेता बैठकें करते हैं। अपराधी न जेल में हैं और नहीं प्रदेश छोड़कर गए हैं। वे सब भाजपा में ही शरणागत हैं। भाजपा सरकार ने नकल रोकने के बहाने से लाखों परीक्षार्थियों का भविष्य अंधेरे में कर दिया हैं। जब उनके पास परीक्षा परिणाम नहीं होगा तो वे कौन सी नौकरी पाने के हकदार होंगे। बेरोजगारी से निबटने का यह भाजपा का नायाब तरीका है।
भाजपा की केन्द्र में और राज्य में सरकारें हैं पर जनहित की एक भी अपनी योजना वे लागू नहीं कर सके। भाजपा शासित राज्यों में भी मेट्रो नहीं चल सकी है। न एक्सप्रेस-वे बनी हैं भाजपा तो अभी भी उत्तर प्रदेश को बीमारू राज्य बता रही है। गुजरात में 23 वर्ष से भाजपा शासन में है लेकिन वहां भी आगरा -लखनऊ एक्सप्रेस-वे जैसा एक्सप्रेस-वे नही बन सका जबकि अखिलेश यादव ने तो 23 माह में ही एक्सप्रेस-वे बना दिया जो भारत में सबसे बड़ा एक्सप्रेस-वे है। समाजवादी सरकार के समय हुए विकास को नकारा जा रहा है। इसलिए अब भाजपा राज की चाय-पकौड़ी राजनीति के बजाय सच्चाई पर चर्चा होना जरूरी हो गया है।