स्वपनिल संसार। लखनऊ।
चिराग तले अँधेरा इसलिए क्योंकि जहां एक ओर इनवेस्टर समिट को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं, और उत्तर प्रदेश की तरक्की के लिए देश विदेश से इन्वेस्टर्स आ रहे है वहीं दूसरी ओर सड़क के किनारे दुकान लगा कर आजीविका चला रहे दुकानदारों के लिए आफत है।
इस दूकानदार की आपबीती सुन कर सबकी आँखे नम हो गयी, इन्वेस्टर्स समिट इस दुकानदार को इतना महंगा पड़ा की इसकी दूकान भी उजाड़ दी गयी साथ ही साथ पुलिस ने इसे हिरासत में भी ले लिया।
दूकान वाला रोते रोते पूछता रह गया मेरी क्या खता जो मुझे थाने ले जाया जा रहा है, लेकिन पुलिस ने उसे ऐसा पकड़ा जैसे वो कोई अपराधी हो।
सोमवार को सप्रू मार्ग पर दुकानों के सामने खडे वाहनों सहित अतिक्रमण को हटाने के लिए नगर निगम ने पुलिस के साथ एक अभियान चलाते हुए दुकानों के सामने खड़ी बाइकों एवं दुकानों को हटवाया। इस दौरान कई दुकानदारों की जोनल अधिकारी के साथ तीखी बहस भी हुई।
इस दौरान उन्होंने दुकानदारों को समझाते हुए कहा कि उन सभी लोंगो के लिए जल्दी ही कही दुकान खोलने की व्यवस्था की जाएगी। इस कार्रवाई के दौरान कई दुकानदारों की पुलिस से बहस भी हुई। जिनको हल्के बल प्रयोग के साथ गिरफ्तार कर के थाने भेज दिया गया। ऐसे दुकानदारों का कहना था कि जो प्रभावशाली लोग हैं, उनकी दुकानों के सामने से कभी अतिक्रमण नहीं हटाया जाता है जबकि हमारी दुकानों को चाहे जब आकर दादागिरी से हटवा दिया जाता है। ऐसा भेदभाव क्यों?