समाचार पत्र और यहां तक कि लेखकों को भी अस्तित्व बचाने के लिए गूगल व फे़सबुक को मात देना होगा। बदहाल होती स्थिति पर सवाल यह है- वे ऐसा कैसे करेंगे? सबसे महत्वपूर्ण कारक है न्यूज़ कैरियर की बढ... Read more
राजेन्द्र यादव हिन्दी के सुपरिचित लेखक, कहानीकार, उपन्यासकार व आलोचक होने के साथ-साथ हिन्दी के सर्वाधिक लोकप्रिय संपादक भी थे। नयी कहानी के नाम से हिन्दी साहित्य में उन्होंने नयी विधा का सूत... Read more
जयन्ती पर विशेष- गणेशशंकर ‘विद्यार्थी’, हिन्दी के पत्रकार एवं भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के सिपाही एवं सुधारवादी नेता थे। गणेशशंकर ‘विद्यार्थी’ का जन्म 1890 को अपनी ननिहाल, इलाहाबाद के अतरसु... Read more
स्वप्निल संसार। लखनऊ को कई लोगों ने अपनाया। लखनऊ का भी नाम रौशन हुआ। लखनऊ को कर्म भूमि बनाने वाले थे भगवतीचरण वर्मा जो हिन्दी जगत के प्रमुख साहित्यकार थे । इन्होंने लेखन तथा पत्रकारिता के क... Read more
जयंती पर विशेष । आज सामाजिक सुधार आंदोलन के प्रणेता राजा राम मोहन राय की जयंती है। राजा राममोहन राय को भारतीय पुनर्जागरण का अग्रदूत और आधुनिक भारत का जनक कहा जाता है। भारतीय सामाजिक और धार्... Read more
कुछ याद रहा भूल गए सितंबर, 1979-30 अप्रैल 2021 Read more
जयंती पर विशेष सूडान में एक कुपोषित बच्ची के मरने के इंतज़ार में उसके पास बैठा एक गिद्ध! इस फोटो को पूरी दुनिया में कितने अखबारों और समस्त सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर न जाने कितनी बार लाखों, क... Read more
#रामवृक्षबेनीपुरी ( 9 सितम्बर, 1968) प्रसिद्ध उपन्यासकार, कहानीकार, निबंधकार और नाटककार थे। ये एक महान विचारक, चिन्तक, मनन करने वाले क्रान्तिकारी, साहित्यकार, पत्रकार और संपादक के रूप में भी... Read more
स्मृति शेष । एजेन्सी। भारतेन्दु हरिश्चन्द्र आधुनिक हिंदी साहित्य के पितामह कहे जाते हैं। वे हिन्दी में आधुनिकता के पहले रचनाकार थे। इनका मूल नाम ‘हरिश्चन्द्र’ था, ‘भारतेन्द... Read more
पुण्य तिथि पर विशेष -एजेंसी – गौरी लंकेश कन्नड़ की क्रांतिकारी पत्रकार थीं। वे बंगलौर से प्रकाशित कन्नड़ साप्ताहिक पत्रिका लंकेश में संपादिका के रूप में कार्यरत थीं। पिता पी. लंकेश क... Read more