जयंती पर विशेष। शैलेन्द्र (शंकरदास केसरीलाल) हिन्दी फ़िल्मों के प्रसिद्ध गीतकार थे। ‘होठों पर सच्चाई रहती है, दिल में सफाई रहती है’, ‘मेरा जूता है जापानी,’ ‘आज फिर जीने क... Read more
स्वप्निल संसार। मुकेश चंद माथुर लोकप्रिय तौर पर सिर्फ़ मुकेश के नाम से जाने वाले, हिन्दी सिनेमा के प्रमुख पार्श्व गायक थे। मुकेश की आवाज़ बहुत खूबसूरत थी पर उनके रिश्तेदार मोतीलाल ने उन्ह... Read more
कल्याणजी वीरजी शाह हिन्दी सिनेमा के प्रसिद्ध संगीतकार थे। वे हिन्दी फ़िल्मों की प्रसिद्ध संगीतकार जोड़ी ‘कल्याणजी आनंदजी’ थे। कल्याणजी ने हेमंत कुमार के सहायक के तौर पर फ़िल्... Read more
हेमलता -16 अगस्त हैदराबाद 1954 -अब बाज़ार से लगभग गुम हैं। न नए गाने गा रही हैं, न ही किसी तरह की खबरों में ही उपस्थित हैं वह। सार्वजनिक जीवन या व्यक्तिगत जीवन भी उन का किसी को मालूम नहीं है... Read more
श्यामलाल बाबू राय उर्फ़ इन्दीवर प्रसिद्ध गीतकारों में गिने जाते थे। इनके लिखे सदाबहार गीत आज भी उसी शिद्दत व एहसास के साथ सुने व गाए जाते हैं, जैसे वह पहले सुने व गाए जाते थे। इन्दीवर ने च... Read more
भारतीय फिल्म जगत में मूक फिल्मो के बाद बोलती फिल्मों के चलन के साथ ही गीत संगीत का जादू दर्शको को लुभाने के लिए रखा गया। फिल्मो मे तब पुरूष संगीतकारो का ही बोलबाला था तब बाम्बे टाकीज के हिमा... Read more
इक़बाल रिज़वी। आवारगी, भटकाव और अनिश्चितता से बचने की सलाह सबको दी जाती है, लेकिन इन्हीं तीनों स्थितियों ने उस शख्स को फिल्म संगीत के इतिहास में अमर कर दिया, जिनका नाम था जयदेव। हमेशा उपेक्षित... Read more
पुण्य तिथि पर विशेष- स्वप्निल संसार। शकील बदायूँनी महान शायर और गीतकार थे। बदायूँ में 3 अगस्त 1916 को जन्मे शकील अहमद उर्फ शकील बदायूँनी का लालन पालन और शिक्षा नवाबों के शहर लखनऊ में हुई।... Read more
पुण्य तिथि पर विशेष। एजेंसी। जिन्हें दुनिया रफ़ी या रफ़ी साहब के नाम से बुलाती है, हिन्दी सिनेमा के श्रेष्ठतम पार्श्व गायकों में से एक थे। अपनी आवाज की मधुरता और परास की अधिकता के लिए इन्ह... Read more