स्वप्निल संसार। केरल के फादर टॉम उजहूनालिल गुरुवार को दिल्ली पहुंच गए। 12 सितंबर को भारत सरकार ने टॉम को ISIS से रिहा करा लिया था। पिछले साल मार्च में फादर टॉम को आतंकियों ने अगवा कर बंधक बना लिया था। फादर टॉम ने कहा, “देश लौटकर बहुत खुश हूं। जिन लोगों ने मेरी रिहाई के लिए कोशिशें कीं, उनके लिए आभारी हूं।”
फादर टॉम उजहूनालिल को 6 मार्च 2016 को ISIS के आतंकियों ने अगवा कर लिया था। फादर टॉम को अदन के एक ओल्ड ऐज केयर होम पर हमले के दौरान अगवा किया गया था। उस हमले में 15 लोग मारे गए थे।
बाद में फादर टॉम का खुद को बचाने की गुहार लगाने वाला एक वीडियो सामने आया था, जिसमें उन्होंने प्रणब मुखर्जी, नरेंद्र मोदी, पोप फ्रांसिस और क्रिश्चियन कम्युनिटी से मदद की अपील की थी।
केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने कहा –
वीके सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा, “फादर उजहूनालिल की रिहाई के लिए फॉरेन मिनिस्ट्री ने बेहद खामोशी के साथ कोशिशें की और आखिरकार काम पूरा हुआ।”
वीके सिंह से जब सवाल किया गया कि क्या इसके लिए कोई फिरौती दी गई, तो उन्होंने कहा, “नहीं, फादर की रिहाई के लिए कोई फिरौती नहीं दी गई।”
वीके सिंह ने कहा कि जब फादर को अगवा किया गया, हम तभी जान गए थे कि हमारी आलोचना होगी, लेकिन अब उनकी सुरक्षित वापसी से हम बहुत खुश हैं। हमें उम्मीद कि लोग भी इससे खुश होंगे। ओमान के रोल पर सिंह ने कहा कि हमने प्रॉब्लम सॉल्व करने के लिए कई तरीके अख्तियार किए। अगर एक सीधा तरीका फेल हो गया तो फिर हमनें दूसरे तरीके खोजे और प्रॉब्लम को हल किया।