‘निर्मला साधु सिंह नागपाल सरोज खान ( 22 नवम्बर 1948 ) निर्मला साधु सिंह नागपाल के माता पिता भारत पाकिस्तान विभाजन के बाद बम्बई अब मुम्बई आ गए । ‘निर्मला साधु सिंह नागपाल ने नृत्य की शिक्षा मास्टर सोहनलाल से ली थी । 14 साल की उम्र मे उन्होने सोहनलाल से शादी कर ली थी। मास्टर बी सोहनलाल से उस समय के एक प्रसिद्ध नृत्य गुरु थे। सोहन लाल (41 साल) पहले ही शादी शुदा थे और उनके 4 बच्चे थे। 15 साल की उम्र में उन्होने अपने पहले बच्चे जो अब राजू खान के नाम से एक प्रसिद्ध नृत्य रचनाकार है। 1965 में वह सोहन लाल से अलग हो गयी , लेकिन उनके सहायक के रूप में काम करती रही थी। सोहन लाल और निर्मला साधु सिंह नागपाल का फिर पुनर्मिलन हुआ जब सोहन लाल को दिल का दौरा पड़ा था। ‘निर्मला साधु सिंह नागपाल ने अब एक बेटी कोयल को जन्म दिया। एक दिन सोहन लाल ‘निर्मला साधु सिंह नागपाल और उनके दो बच्चों को छोड़कर् मद्रास (चेन्नई )चले गये। उसके बाद ‘निर्मला साधु सिंह नागपाल ने सरदार रोशन खान के साथ शादी की और वे सरोज खान के नाम से जानी जाने लगी। सरोज खान ने 1974 में पहली बार गीता मेरा नाम में स्वतंत्रत रूप से नृत्य निर्देशन किया। लेकिन सफलता पाने में उन्हें कई साल लगे 1986 में प्रदर्शित नगीना ने उनकी किस्मत बदल थी।