एजेंसी।झांसी:जहाँ रविवार को उत्तर प्रदेश में तीसरे चरण के लिए मतदान हुआ तो वही चौथे चरण के लिए कई राजनीतिक दलों के दिग्गजों ने अपने-अपने उम्मीदवारों के समर्थन में रैलियां कीं।रविवार को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फतेहपुर में सपा-कांग्रेस गठबंधन के युवा नेता अखिलेश व राहुल गांधी पर हमला बोला तो वही दूसरी ओर झाँसी में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी तथा सूबे के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी श्री नरेंद्र मोदी पर करारा प्रहार करते हुए एक साथ जनसभा को संबोधित किया।श्री राहुल गांधी ने कहा कि उप्र चुनाव के बाद प्रधानमंत्री साल 2019 तक उत्तर प्रदेश का नाम लेंगे। राहुल गाँधी बुंदेलखंड क्षेत्र के झांसी में कांग्रेस-सपा उम्मीदवार के समर्थन में आयोजित सभा को संबोधित कर रहे थे और उनके निशाने पर हर बार की तरह इस बार भी प्रधानमंत्री ही रहे।उन्होंने उपस्थित लोगों को बिहार विधान सभा के नतीजों की याद ताज़ा कराते हुए कहा,”बिहार के विधानसभा चुनाव में गठबंधन के हाथों मिली हार के बाद से प्रधानमंत्री मोदी के मुंह से आज तक बिहार शब्द नहीं निकला,वही हाल अब उत्तर प्रदेश में होने वाला है, चुनाव के बाद मोदी वापस दिल्ली जाएंगे और 2019 तक उनके मुंह से उत्तर प्रदेश शब्द नहीं निकलेगा। ” कांग्रेस उपाध्यक्ष श्री राहुल गाँधी ने गठबंधन के चलते भाजपा को होने वाले चुनावी नुकसान को इशारों में जिक्र करते हुए कहा, “जब से अखिलेश और मेरी दोस्ती हुई है, तब से मोदी का मूड बदल गया है, पहले उनके चेहरे पर जो मुस्कुराहट होती थी वह गायब है। उन्हें भी पता लग गया है कि उत्तर प्रदेश में सपा-कांग्रेस की सरकार आ रही है।वे प्रचार तो कर रहे हैं, मगर जानते हैं कि गठबंधन के कारण जो हाल बिहार में हुआ था,वही यहां होने वाला है।”
श्री राहुल गाँधी ने मोदी पर ‘उद्योगपति समर्थक’ और ‘किसान विरोधी’ होने का आरोप लगाया।श्री राहुल ने किसानों के मुद्दों को लेकर प्रधनमंत्री मोदी से हुई उनकी मुलाकात का भी ज़िक्र किया और वक्तव्य दिया,”मैंने पिछले दिनों यूपी में किसान यात्रा की थी, कांग्रेस ने दो करोड़ किसानों से फार्म भरवाए थे, किसानों की मांग थी कि कर्जा माफ, बिजली हाफ और फसल के पूरे दाम दिए जाएं।इस मसले को लेकर मैं प्रधानमंत्री से मिला और उनसे कहा कि जिस तरह आपने 50 उद्योगपतियों का एक लाख 40 हजार करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया है,उसी तरह किसानों का कर्ज माफ कर दें, मगर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।” कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी ने मोदी द्वारा लोक सभा चुनावों के दौरान किये गए उनके जनता से वादे याद दिलाते हुए कटाक्ष करते हुए बयान दिया कि, “मोदी ने शाहरुख खान की फिल्म ‘दिल वाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ की तर्ज पर 2014 में ‘अच्छे दिन’ वाली फिल्म बनाई, मगर ढाई साल बाद जनता को पता चला कि ‘शोले’ फिल्म का गब्बर सिंह आ गया।”
केंद्र सरकार के नोटबंदी के फैसले पर भी उन्होंने सवाल उठाये और कहा, “भ्रष्टाचार से लड़ने की बात कहकर नोटबंदी कर दी, देश और दुनिया के अर्थशास्त्री तक इस फैसले पर सवाल उठा रहे हैं. बच्चे तक से पूछो तो वह भी नहीं कहेगा कि भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए नोट बंद कर दो।भ्रष्टाचार के मुद्दे पर उन्होंने प्रधानमंत्री से प्रश्न पूछा कि यदि भ्रष्टाचार से लड़ने का इरादा है तो पंजाब में भ्रष्ट बादलों के लिए प्रचार करने क्यों चले गए?