जयन्ती पर विशेष। स्वामी श्रद्धानन्द सरस्वती भारत के शिक्षाविद, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी तथा आर्यसमाज के संन्यासी थे जिन्होंने स्वामी दयानन्द सरस्वती की शिक्षाओं का प्रसार किया। वे भारत के... Read more
जयंती पर विशेष-स्वप्निल संसार। दुनिया वास्तव में सत्य और विश्वास एक मिश्रण है। विश्वास बनाने वाली चीज त्यागें और सच्चाई ग्रहण करें। रामकृष्ण परमहंस महान संत एवं विचारक थे। इन्होंने सभी धर... Read more
दयानन्द सरस्वती आधुनिक भारत के चिन्तक तथा आर्य समाज के संस्थापक थे। उनके बचपन का नाम ‘मूलशंकर’ था। उन्होंने वेदों के प्रचार के लिए बम्बई अब मुम्बई में आर्यसमाज की स्थापना की।... Read more
पुण्य तिथि पर विशेष। स्वामी श्रद्धानन्द सरस्वती भारत के शिक्षाविद, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी तथा आर्यसमाज के संन्यासी थे जिन्होंने स्वामी दयानन्द सरस्वती की शिक्षाओं का प्रसार किया। वे भारत... Read more
के पी सक्सेना हिन्दी व्यंग्य और फिल्म पटकथा लेखक थे। साहित्य जगत में उन्हें केपी के नाम से अधिक लोग जानते थे।उनकी गिनती वर्तमान समय के प्रमुख व्यंग्यकारों में होती है। हरिशंकर परसाई और शरद... Read more
दयानन्द सरस्वती आधुनिक भारत के चिन्तक तथा आर्य समाज के संस्थापक थे। उनके बचपन का नाम ‘मूलशंकर’ था। उन्होंने वेदों के प्रचार के लिए बम्बई अब मुम्बई में आर्यसमाज की स्थापना की।... Read more
जयंती पर विशेष स्वामी रामतीर्थ धार्मिक नेता थे, जो अत्यधिक व्यक्तिगत और काव्यात्मक ढंग के व्यावहारिक वेदांत को पढ़ाने के लिए विख्यात थे। रामतीर्थ वेदांत की जीती जागती मूर्ति थे। उनका मूल नाम... Read more
जयंती पर विशेष स्वामी रामतीर्थ धार्मिक नेता थे, जो अत्यधिक व्यक्तिगत और काव्यात्मक ढंग के व्यावहारिक वेदांत को पढ़ाने के लिए विख्यात थे। रामतीर्थ वेदांत की जीती जागती मूर्ति थे। उनका मूल नाम... Read more
स्मृति शेष सिस्टर निवेदिता का पूरा नाम मार्ग्रेट एलिजाबेथ नोबल था। इनका जन्म 28 अक्टूबर, 1867, डेंगानेन, आयरलैण्ड में हुआ और मृत्यु 13 अक्टूबर, 1911, दार्जिलिंग, में हुई। इन्हें 1885 में भार... Read more
स्वप्निल संसार । रामकृष्ण परमहंस महान संत एवं विचारक थे। इन्होंने सभी धर्मों की एकता पर जोर दिया। उन्हें बचपन से ही विश्वास था कि ईश्वर के दर्शन हो सकते हैं अतः ईश्वर की प्राप्ति के लिए उन्ह... Read more