स्मृति शेष। एजेंसी। तिलका माँझी/ जबरा पहाड़िया जिन्होंने राजमहल, झारखंड की पहाड़ियों पर ब्रिटिश हुकूमत से लोहा लिया। इनमें सबसे लोकप्रिय तिलका मांझी हैं। भारत में ब्रिटिश सत्ता को चुनौती दे... Read more
स्मृति शेष। शचीन्द्रनाथ सान्याल ( 3 अप्रैल 1893) क्वींस कालेज (बनारस) में अपने अध्ययनकाल में उन्होंने काशी के प्रथम क्रांतिकारी दल का गठन 1908 में किया। 1913 में फ्रेंच बस्ती चंदननगर में सु... Read more
पुण्य तिथि पर विशेष-क्रांतिकारी और लेखक मन्मथनाथ गुप्त का जन्म 7 फरवरी 1908 को वाराणसी में हुआ था। उनके पिता वीरेश्वर विराटनगर (नेपाल) में एक स्कूल के हेडमास्टर थे। इसलिये मन्मथनाथ गुप्त ने... Read more
स्मृति शेष । लखनऊ। स्वप्निल संसार।एजेंसी । ‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हे आज़ादी दूंगा’- नेताजी सुभाष चंद्र बोस का यह नारा आज भी युवाओं के दिल पर छपा हुआ है। उनकी बातें जब आज की पी... Read more
जयंती पर विशेष- फ्रंटियर गाँधी’-ख़ान अब्दुल ग़फ़्फ़ार ख़ान 20वीं शताब्दी में पख़्तूनों के सबसे करिश्माई नेता थे, जो महात्मा गांधी के अनुयायी बन गए और उन्हें ‘सीमांत गांधी’ कहा जाने लगा. अब्द... Read more
स्मृति शेष। सुहासिनी गांगुली स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थीं । उनका जन्म 3 फ़रवरी 1909 में खुलना, बंगाल में हुआ था खुलना में हुआ। पैत्रिक घर , जिला विक्रमपुर के बाघिया गाँव में था (ढाका) । प... Read more
स्मृति शेष। अब्बास तैयबजी स्वतंत्रता सेनानी और महात्मा गांधी के सहयोगी थे । उन्होंने बड़ौदा राज्य के मुख्य न्यायाधीश के रूप में भी कार्य किया । अब्बास तैयबजी का जन्म (1 फरवरी 1854) गुजरात के... Read more
अजीज़न बाई मूलतः पेशेवर नर्तकी थी जो देशभक्ति की भावना से भरपूर थी। गुलामी की बेड़ियां तोड़ने के लिए उन्होंने घुंघरू उतार दिए थे। रसिकों की महफिलें सजाने वाली अजीज़न बाई क्रांतिकारियों के साथ... Read more
जयंती पर विशेष-ठाकुर रोशन सिंह का जन्म 22 जनवरी, 1892 को शाहजहाँपुर में गांव ‘नबादा में हुआ था। उनकी माता का नाम कौशल्या देवी और पिता का नाम ठाकुर जंगी सिंह था। ठाकुर रोशन सिंह का पूरा... Read more
पुण्य तिथि पर विशेष- रासबिहारी बोस जिन्होने ब्रिटिश राज के विरुद्ध गदर षडयंत्र एवं आजाद हिन्द फौज के संगठन का कार्य किया। इन्होंने न केवल भारत में कई क्रान्तिकारी गतिविधियों का संचालन करने... Read more