आदिकवि वाल्मीकि उन्होने संस्कृत में रामायण की रचना की। उनके द्वारा रची रामायण वाल्मीकि रामायण कहलाई। जो कि राम के जीवन के माध्यम से हमें जीवन के सत्य से, कर्तव्य से, परिचित करवाता है। वाल्... Read more
शरद पूर्णिमा, जिसे कोजागरी पूर्णिमा या रास पूर्णिमा भी कहते हैं; हिन्दू पंचांग के अनुसार आश्विन मास की पूर्णिमाको कहते हैं। ज्योतिष के अनुसार, पूरे साल में केवल इसी दिन चन्द्रमा सोलह कलाओं... Read more
शारदीय नवरात्रि का पर्व अश्विन शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू होकर नवमी तिथि तक चलता है, दशमी तिथि पर माता रानी की प्रतिमा का विसर्जन कर दिया जाता. दशहरे पर देवी अपने लोक लौट जाती है. ... Read more
माँ दुर्गाजी की नौवीं शक्ति का नाम सिद्धिदात्री हैं। ये सभी प्रकार की सिद्धियों को देने वाली हैं। नवरात्र-पूजन के नौवें दिन इनकी उपासना की जाती है। इस दिन शास्त्रीय विधि-विधान और पूर्ण निष्ठ... Read more
नवरात्रि के आठवें दिन मां दुर्गा के आठवें स्वरूप महागौरी की पूजा होगी. महाअष्टमी तिथि का विशेष महत्व होता है. इस दिन कन्या पूजन भी होती है. मां महागौरी की पूजा करने से सभी पापों से मुक्ति मि... Read more
दुर्गा की सातवीं शक्ति कालरात्रि के नाम से जानी जाती है। इनके शरीर का रंग घने अंधकार की भाँति काला है, बाल बिखरे हुए, गले में विद्युत की भाँति चमकने वाली माला है। इनके तीन नेत्र हैं जो ब्रह्... Read more
नवरात्रि के छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा अर्चना की जाती है। ऐसा कहा जाता है कि इनकी आराधना करने से साधक को अर्थ धर्म काम और मोक्ष चारों फलों की शीघ्र प्राप्ति होती है। पौराणिक मान्यताओं के... Read more
नवरात्रि का पाँचवाँ दिन स्कंदमाता की उपासना का दिन होता है। मोक्ष के द्वार खोलने वाली माता परम सुखदायी हैं। माँ अपने भक्तों की समस्त इच्छाओं की पूर्ति करती हैं। श्लोक सिंहासनगता नित्यं पद्मा... Read more