अब्दुर्रहीम ख़ान-ए-ख़ाना या रहीम, मध्यकालीन कवि, सेनापति, प्रशासक, आश्रयदाता, दानवीर, कूटनीतिज्ञ, बहुभाषाविद, कलाप्रेमी, एवं विद्वान थे। वे भारतीय सामासिक संस्कृति के अनन्य आराधक तथा सभी संप... Read more
महबूब ऐ इलाही एजेंसी। हजरत निज़ामुद्दीन औलिया चिश्ती घराने के चौथे संत थे। इस सूफी संत ने वैराग्य और सहनशीलता की मिसाल पेश की, कहा जाता है कि 1303 में इनके कहने पर मुगल सेना ने हमला रोक दिया... Read more
अब्दुर्रहीम ख़ान-ए-ख़ाना या रहीम, मध्यकालीन कवि, सेनापति, प्रशासक, आश्रयदाता, दानवीर, कूटनीतिज्ञ, बहुभाषाविद, कलाप्रेमी, एवं विद्वान थे। वे भारतीय सामासिक संस्कृति के अनन्य आराधक तथा सभी संप... Read more
महबूब ऐ इलाही एजेंसी। हजरत निज़ामुद्दीन औलिया चिश्ती घराने के चौथे संत थे। इस सूफी संत ने वैराग्य और सहनशीलता की मिसाल पेश की, कहा जाता है कि 1303 में इनके कहने पर मुगल सेना ने हमला रोक दिया... Read more
महबूब ऐ इलाही एजेंसी। हजरत निज़ामुद्दीन औलिया चिश्ती घराने के चौथे संत थे। इस सूफी संत ने वैराग्य और सहनशीलता की मिसाल पेश की, कहा जाता है कि 1303 में इनके कहने पर मुगल सेना ने हमला रोक दिया... Read more
महबूब ऐ इलाही एजेंसी। हजरत निज़ामुद्दीन औलिया चिश्ती घराने के चौथे संत थे। इस सूफी संत ने वैराग्य और सहनशीलता की मिसाल पेश की, कहा जाता है कि 1303 में इनके कहने पर मुगल सेना ने हमला रोक दिया... Read more
महबूब ऐ इलाही एजेंसी। हजरत निज़ामुद्दीन औलिया चिश्ती घराने के चौथे संत थे। इस सूफी संत ने वैराग्य और सहनशीलता की मिसाल पेश की, कहा जाता है कि 1303 में इनके कहने पर मुगल सेना ने हमला रोक दिया... Read more
साधू थांवरदास लीलाराम वासवानी शिक्षाविद एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे जिन्होने शिक्षा में मीरा आन्दोलन चलाया। उन्होने पुणे में साधु वासवानी मिशन की स्थापना की। साधु वासवानी का जन्म हैदरा... Read more
पुण्य तिथि पर विशेष- स्वप्निल संसार संसार। अमर कथाशिल्पी और सुप्रसिद्ध उपन्यासकार शरत चंद्र चट्टोपाध्याय का जन्म: 15 सितम्बर, 1876 में बांग्ला के देवानंदपुर गाँव में हुआ था। शरतचंद्र अपने... Read more