राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह(4-10मार्च)-सुरक्षा है अति आवश्यक, इसका प्रयोजन है अति व्यापक
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस भारत में प्रति वर्ष 4 मार्च को मनाया जाता है। इसी दिन से ही एक सप्ताह तक चलने वाला सुरक्षा अभियान भी शुरू हो जाता है। कार्यस्थलों पर सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए पूरे देश में राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाया जाता है।राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस की शुरुवात पहली बार 4 मार्च 1966 में की गई थी, जिसके अंतर्गत सुरक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण संबंधी सहायता सेवा द्वारा उन लोगों की सहायता की जाती है, जो ज़रूरतमंद होते हैं। इसे एक आन्दोलन के तौर पर देखा जाता है। इस सप्ताह के दौरान लोगों को ज़रुरत के मौके पर दूसरों की मदद किस तरह की जाए, इसके बारे में बताया जाता है और इसके लिए ख़ास गतिविधियों का प्रदर्शन भी किया जाता है। इसके तहत विभिन्न क्षेत्रों में लोगों को अलग-अलग स्तर पर सुरक्षा के नियमों और कानून से भी परिचित किया जाता है। आज का दिन लोगों को राष्ट्रीय सुरक्षा का महत्त्व बताने के लिए मनाया जाता है और इस काम के लिए अपनी जान तक न्योछावर कर देनेवाले सैनिकों को याद किया जाता है। हर साल कितने ही ऐसे सैनिक होते हैं, जो देश की सुरक्षा के लिए अपनी जान की कुर्बानी दे देते हैं। चाहे वो भारत की सीमाओं पर तैनात जवान हों या देश की अंदरूनी व्यवस्था को बनाए रखने के लिए काम करने हमारे पुलिसकर्मी, देश के इन रक्षकों के लिए आज का दिन समर्पित है।
इस दिवस को देश के उन सभी को लोगो को समर्पित किया जाता है। जिन इस देश की सेवा की है और उन लोगो ने देश की सवाल करने के लिए अपना बलिदान भी कर दिया। इस दिवस के दिन देश के बहुत से शहीदों को सलामी दी जाती है और उन सभी की हिम्मत व हौसले को सलाम भी किया जाता है। आप सभी को यह भी बतादे की इस वर्ष हम देश का 52 वा राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाएंगे। इसके साथ साथ इस दिन देश के नागरिकों को उनकी व देश की सुरक्षा के लिए जागरूक किया जाता है। क्योंकि इस देश के नागरिकों को सुरक्षा के प्रति जागरूक करना ही इस दिवस का मुख्य उद्देश्य है।एजेन्सी