मुबारक साल गिरह।
संजोग वॉल्टर। पदमा खन्ना 10 मार्च 1949 को बनारस में पैदा हुईं । बनारस शहर से बम्बई तक का सफ़र तय किया। आज कल वो New Jersey में है। वो Indianica Academy चला रही हैं जहाँ वो शास्त्रीय नृत्य बच्चों को सीखा रही हैं,गुरु जी श्री गोपी कृष्ण से कत्थक की तालीम ली थी, भोजपुरी, हिंदी, पंजाबी, मराठी फिल्मों में काम करने के अलावा छोटे परदे पर “रामायण” के किरदार “कैकई” को भी बखूबी निभाया,हिंदी फिल्मों में उन्हें मौक़ा दिलवाया था वैजयंती माला और पद्मिनी ने।
1973 में रिलीज़ फिल्म सौदागर में वो हेरोइन थी और उनके हीरो थे अमिताभ बच्चन।*फूल बानो* के किरदार में थी,:”सजना है मुझे सजना के लिए” आज भी याद दिला देता है उनकी। राजश्री बैनर ने कई फिल्मों में उन्हें अच्छे रोल उन्हें रोल दिए जो उन्होंने बखूबी निभाए।
पदमा खन्ना को बड़ा ब्रेक मिला ‘जॉनी मेरा नाम’ 1970 में इसमें उन्होंने कैबरे डांसर का रोल किया था। हुस्न के लाखों रंग। …… ,जॉनी मेरा नाम में उनका कैबरे “हुस्न के लाखों रंग” आज भी एक माइल स्टोन है हिंदी फिल्मों में, उस पर प्रेम नाथ का रिएक्शन विजय आनंद ने नहीं हटाया फिल्म से जो अब शायद कोई फिल्म मेकर वैसा कर पायेगे। यह कैबरे हिंदी सिनेमा के इतिहास की यादगार है। पदमा खन्ना और प्रेम नाथ के बीच कैबरे सांग को फिल्माते समय जो कुछ हुआ उसे निर्देशक विजय आंनद ने जैसा है वैसा ही पर्दे पर पेश कर दिया ।
उस यादगार कैबरे का लिंक
https://youtu.be/4UAnYlw3kyA
मीना कुमारी के पति कमाल अमरोही पाकीजा बना रहे थे। मीना कुमारी फिल्म की शूटिंग के बीच में बहुत बीमार पड़ गईं थी वह बेहद जरूरी शूटिंग के लिए भी उपलब्ध नहीं हो सकती थीं । ऐसे में पदमा खन्ना को मीना कुमारी के बॉडी डबल के तौर पर इस्तेमाल किया गया।
पदमा खन्ना ने,” गंगा मैया तोहे पिहरी चढ़इवो ” ये भोजपुरी भाषा में बनी सबसे पहली फ़िल्म में भी छोटा सा किरदार किया था । 2008 में Yaar Meri Zindagi” रिलीज़ हुई शायद उनकी आखिरी फिल्म थी। Yaar Meri Zindagi” की शुरुआत 1971 में हुए थी-पर इस फिल्म ने 2008 में बड़े परदे का मुह देखा . इस फिल्म के हीरो थे अमिताभ बच्चन।
आतंक 1996 में रिलीज़ हुई थी तब वो शादी कर चुकी थी और अमेरिका के New Jersey में जा बसी है । पदमा ने फिल्म डायरेक्टर जगदीश डाना से शादी की. पदमा के दो बच्चे हैं. बेटी नेहा औ बेटा अक्षर.भोजपुरी भाषा में बनने वाली फिल्मों की महा नायिका होने का गौरव उन्हें मिला इन फिल्मों में उनके नायक हुआ करते थे सुजीत कुमार। भोजपुरी भाषा में बनने वाली फिल्मों में उनका स्थान कोई नहीं ले सकेगा। पद्मा खन्ना पहली जिन्दा कलाकार हैं भारत में जिनके के नाम से महिला कलाकारों को संम्मानित किया जाता है। आमतौर पर कलाकारों के मरने के बाद उनकी याद में सम्मान दिया जाता है।
उनका पता है-1165 Green StreetIselin New Jersey – 08830-Phone: (732) 404-1900 , (732) 404-1901-फोटो in.pinterest.com से