परिवहन और प्रोटोकाॅल राज्य मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार,स्वतंत्र देव सिंह ने परमार्थ गंगा तट पर वेद मंत्रों के गायन के साथ मनाया जन्मदिन
परमार्थ गंगा तट पर राज्य मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने सपरिवार दिव्य गंगा आरती एवं महाशिवरात्रि विशेष पूजन में किया सहभाग
प्रकृति को बनायें अपनी वेलेंटाइम-स्वामी चिदानन्द सरस्वती
ऋषिकेश। परमार्थ निकेतन प्रांगण प्रातःकाल से ही भगवान शिव के रंग में रहा हुआ है। शिव कीर्तन, संगीत एवं जय जय कार के नारों के साथ परमार्थ गुरूकुल के आचार्यों, ऋषिकुमारों ने रैली निकाली। रैली के माध्यम से ऋषिकुमारों ने नीलकंठ जाने वाले शिव भक्तों को स्वच्छता का संदेश दिया।
शिवरात्रि के पावन पर्व के अवसर पर परमार्थ गंगा तट पर विशेष पूजन का आयोजन किया गया, जिसमें परिवहन और प्रोटोकाॅल राज्य मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार, स्वतंत्र देव सिंह जी ने सपरिवार भाग लिया। परिवहन और प्रोटोकाॅल राज्य मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार, स्वतंत्र देव सिंह ने परमार्थ गंगा तट पर वेद मंत्रों के उच्चारण के साथ जन्मदिन मनाया। परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष, ग्लोबल इण्टरफेथ वाश एलायंस के संस्थापक एवं गंगा एक्शन परिवार के प्रणेता स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज एवं परिवहन और प्रोटोकाॅल राज्य मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार, स्वतंत्र देव सिंह के मध्य विशेष बैठक सम्पन्न हुयी। परिवहन व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के साथ स्वच्छ परिवहन संसाधन स्थापित करने के विषयों पर चर्चा की। स्वामी जी ने चर्चा के दौरान कहा कि सभी नगरों और महानगरों के बस स्टैण्ड को स्वच्छ और हरित बनाने एवं यात्रियों की सुविधा के लिये उचित स्वच्छता युक्त वातावरण निर्माण करने हेतु कूड़ादान की व्यवस्था करना साथ ही वृक्षारोपण कर हरित वातावरण का निर्माण करना जिससे वहां पर उत्पन्न होने वाले वायु प्रदूषण एवं धुंये को कम किया जा सके।
स्वतंत्र देव सिंह ने जन्मदिन के अवसर पर पूज्य स्वामी से आशीर्वाद लिया एवं पावन गंगा आरती एवं शिवरात्रि महापूजा में भाग लिया। स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने शिवरात्रि का संदेश देते हुये कहा, ’कल्याण के लिये प्रार्थना ही नहीं प्रयत्न भी जरूरी है। कहा जाता है कि सृष्टि का आरम्भ शिवरात्रि के दिन से ही हुआ अतः सृष्टि को बचायें रखने का प्रयत्न भी आज से ही होना चाहिये। स्वामी जी ने कहा कि भगवान शिव कल्याणकारी है, वर्तमान में भी पृथ्वी को प्रदूषण मुक्त करने के लिये ऐसे ही कल्यणकारी आत्माओं की जरूरत है तभी हम शिव की पृथ्वी को सुरक्षित रख सकते है। उन्होने कहा कि शिवालयों में जाकर शिव का पूजन करना आवश्यक है परन्तु जीवन में शिवत्व को धारण करना नितांत आवश्यक है।’’
परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष, ग्लोबल इण्टरफेथ वाश एलायंस के संस्थापक एवं गंगा एक्शन परिवार के प्रणेता स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ’’वर्तमान समय सबसे लेने का नहीं संकल्प की भिक्षा का समय है। पर्व हमें जागरण नहीं जाग्रति का संदेश देते है। उन्होने कहा कि ’’जागे और जुड़े’’ अपनी प्राणदायिनी नदियों से, प्राण वायु देने वाले वृक्षों से और हमारी प्रकृति से तथा प्रकृति को अपनी वेलेंटाइम बनाये।
स्वामी जी ने कहा, शिवरात्रि का पर्व सकारात्मक संकल्पों के जागरण का पर्व है। स्वयं जाग्रत रहो और श्रेष्ठता के लिये दूसरों को भी जाग्रत करे यही मर्म है इस पर्व का। भगवान शिव ने स्वयं हलाहल विष का पान कर सारी सृष्टि को विषमुक्त कराया आज समय है शिवभक्तों की भागीदारी का जिससे पृथ्वी प्रदूषण से मुक्त हो सके और इस धरा पर न हो कूड़ा न हो कचरा चारों ओर हो स्वर्ग सा बसेरा। उन्होने सभी से आह्वान किया कि इस पुनीत कार्य के लिये आगे आये।
स्वामी जी महाराज ने माँ गंगा के तट पर सभी विशिष्ट अतिथियों के साथ भगवान शिव का अभिषेक और विशेष पूजन सम्पन्न किया तत्पश्चात सभी ने दिव्य गंगा आरती में सहभाग किया। सभी विशिष्ट अतिथियों को स्वामी जी महाराज ने शिवत्व का प्रतीक रूद्राक्ष का पौधा भेंट किया।
शिवरात्रि के पावन अवसर पर स्वामी जी के साथ राज्य मंत्री स्वतंत्र देव सिंह व अन्य उच्चाधिकारियों ने वाटर ब्लेसिंग सेरेमनी सम्पन्न की। स्वामी जी महाराज ने सभी को शिवत्व को धारण करने का संकल्प कराया।
राज्य मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने अपने आज के जन्मदिन समारोह को जीवन का सबसे श्रेष्ठ अवसर बताते हुये कहा कि आज पूज्य स्वामी जी के साथ हुई चर्चा अत्यंत सारगर्भित थी उनके द्वारा दिये मार्गदर्शन पर अमल किया जायेंगा इससे स्वच्छ भारत मिशन को भी बढ़ावा मिलेगा।