मुनव्वर सुल्ताना, एक ऐसा नाम है जो चालीस और पचास के दशक में दर्शकों की ज़बान पर चढ़ कर बोलता था। बावजूद इसके कि वो बहुत खूबसूरत नहीं थीं, लेकिन उनके चेहरे पर एक गज़ब की कशिश थी। उनके चेहरा बहुत... Read more
अगाथा क्रिस्टी (अगाथा मैरी क्लरिस्सा क्रिस्टी, लेडी मैलोवैन/डेम अगाथा क्रिस्टी) विश्वप्रसिद्ध अंग्रेज़ी उपन्यासकार थीं। वो अंग्रेजी अपराध उपन्यासकार, लघु कथा लेखिका, और नाटक रचनाकार थी। वह... Read more
15 सितम्बर 1919 को जन्मे खुमार बाराबंकवी का नाम “मोहम्मद हैदर खान” था। बाराबंकी जिले को अन्तर्राष्ट्रीय पटल पर पहचान दिलाने वाले अजीम शायर खुमार बाराबंकवी को प्यार से बेहद करीबी... Read more
स्मृति शेष। डॉ. मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया को”आधुनिक भारत के विश्वकर्मा” के रूप में बड़े सम्मान के साथ स्मरण किया जाता है। अपने समय के बहुत बड़े इंजीनियर, वैज्ञानिक और निर्माता के... Read more
जयंती पर विशेष शरतचन्द्र चट्टोपाध्याय बांग्ला के सुप्रसिद्ध उपन्यासकार थे। उनका जन्म हुगली जिले के देवानंदपुर में हुआ। वे अपने माता-पिता की नौ संतानों में से एक थे। अठारह साल की अवस्था में उ... Read more
15 सितंबर को पूरी दुनिया में अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस मनाया जाता है। लोकतंत्र का मतलब है जनता की मर्जी से जनता के लिए चुनी गई सरकार। मतलब यहां न कोई राजा है और न ही कोई तानाशाह, यहां सरक... Read more