1978 में फिल्म ‘स्वर्ग नरक’ से अपने करियर की शुरुआत करने वाले और हिंदी फिल्मों में खलनायक किरदारों के लिए प्रसिद्ध अभिनेता सलीम गौस ने फिल्मों के साथ ही कई टेलीविजन शोज में भी काम किया था। इसके अलावा वह थिएटर में भी अभिनय और निर्देशन के लिए प्रसिद्ध थे। उन्होंने हिंदी, तमिल, तेलुगु, मलयालम और अंग्रेजी फिल्मों में अभिनय किया था। सलीम गौस ने करियर की शुरुआत 1978 में फिल्म ‘स्वर्ग नरक’ से की थी। इसके बाद वह ‘मंथन’, ‘कलयुग’, ‘चक्र’, ‘सारांश’, ‘मोहन जोशी हाजिर हो’, ‘त्रिकाल’, ‘अघाट’, ‘द्रोही’ ‘थिरुदा थिरुदा, ‘सरदारी बेगम’, ‘कोयला’, ‘सोल्जर’, ‘अक्स’, ‘वेट्टाइकरन वेल डन अब्बा और का’ फिल्मों का हिस्सा रहे थे।
सलीम गौस टेलीविजन इंडस्ट्री का भी जाना-पहचाना चेहरा थे। अभिनेता के रूप में उन्हें 1987 में लोकप्रिया टीवी शो ‘सुबह’ से पहचान मिली। उन्होंने श्याम बेनेगल की टीवी सीरीज ‘भारत एक खोज’ में राम, कृष्ण और टीपू सुल्तान की भूमिकाएं निभाईं। श्याम बेनेगल की 2010 की फिल्म ‘वेल डन अब्बा’ में उन्हें आखिरी बार देखा गया। वह सिटकॉम वागले की दुनिया (1988) का भी हिस्सा रहे थे। सलीम गौस ‘किम’, ‘द परफेक्ट मर्डर’, ‘द डिसीवर्स’, ‘द महाराजा डॉटर’ और ‘गेटिंग पर्सनल’ सहित कुछ अंतरराष्ट्रीय प्रोजेक्ट का भी हिस्सा रहे थे।
1980 के दशक के मध्य में, सलीम गौस ने तमिल, तेलुगु और मलयालम सिनेमा में कदम रखा और “वेट्री विझा”, “थज बरम”, “मुग्गुरू मोनागल्लू” और मणिरत्नम की “थिरुदा थिरुदा” में अभिनय किया। सलीम गौस ने डबिंग आर्टिस्ट के रूप में भी काम किया था। सलीम गौस का जन्म 10 जनवरी 1952 को जन्म मद्रास में हुआ था।
सलीम गौस का 28 अप्रैल 2022 को निधन हो गया था । वह 70 वर्ष के थे। सलीम गौस को 27 अप्रैल 2022 की रात सीने में दर्द की शिकायत थी जिसके बाद उन्हें कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली थी ।एजेंसी।