जयंती पर विशेष-लाला हरदयाल प्रसिद्ध क्रांतिकारी थे। लाला हरदयाल जी ने गदर पार्टी की स्थापना की थी। विदेशों में भटकते हुए अनेक कष्ट सहकर लाला हरदयाल जी ने देशभक्तों को भारत की आजादी के लिए प्... Read more
रज़िया अल-दिन “जलॉलात उद-दिन” इतिहास में जिन्हे रज़िया सुल्तान” के नाम से जाना जाता है, दिल्ली सल्तनत की सुल्तान थी। रज़िया ने 1236 से 1240 तक दिल्ली सल्तनत पर शासन किया। वह इल्तुतमिश की पुत... Read more
वीरांगना महारानी दुर्गावती (5 अक्टूबर, 1524 – 24 जून, 1564) कालिंजर के राजा कीर्तिसिंह चंदेल की एकमात्र संतान थीं। महोबा के राठ गांव में 1524 की दुर्गाष्टमी पर जन्म के कारण उनका नाम दुर्गाव... Read more
अब्दुर्रहीम ख़ान-ए-ख़ाना या रहीम, मध्यकालीन कवि, सेनापति, प्रशासक, आश्रयदाता, दानवीर, कूटनीतिज्ञ, बहुभाषाविद, कलाप्रेमी, एवं विद्वान थे। वे भारतीय सामासिक संस्कृति के अनन्य आराधक तथा सभी संप... Read more
महाराजा दलीप सिंह (6 सितम्बर 1838) लाहौर महाराजा रणजीत सिंह के सबसे छोटे पुत्र तथा सिख साम्राज्य के अन्तिम शासक थे। इन्हें 1843 में पाँच वर्ष की आयु में अपनी माँ रानी ज़िन्दाँ के संरक्षण में... Read more
दारा शूकोह मुग़ल सम्राट शाहजहाँ के बड़े बेटे व औरंगज़ेब के बड़े भाई थे ।दारा शूकोह का जन्म 20 मार्च 1615 को हुआ था। दारा शूकोह को 1633 में युवराज बनाया गया और उन्हें उच्च मंसब प्रदान किया गया।... Read more
मिर्ज़ा नूर-उद्दीन बेग़ मोहम्मद ख़ान सलीम जहाँगीर अकबर के पुत्र थे। सलीम, मुराद और दानियाल (मुग़ल परिवार)। मुराद और दानियाल पिता के जीवन में शराब पीने की वजह से मर चुके थे। सलीम अकबर की मृत... Read more
साल:1859, शहर-टिहरी..महान लेखक, मफसिलाइट के संस्थापक संपादक और महारानी लक्ष्मीबाई के कानूनी सलाहकार बैरिस्टर जान लेंग (19 December 1816 – 20 August 1864) शायद टिहरी नरेश सुदर्शन शाह से मिलने... Read more
पेशवा बाजीराव प्रथम महान सेनानायक थे। ( 18 अगस्त 1700) वे 1720 से 1740 तक मराठा साम्राज्य के चौथे छत्रपति शाहूजी महाराज के पेशवा (प्रधानमन्त्री) रहे। इनको ‘बाजीराव बल्लाल’ तथा... Read more