जयंती पर विशेष-मंसूर अली ख़ान पटौदी भारतीय क्रिकेट टीम के भूतपूर्व कप्तान और महान् खिलाड़ी थे। अपनी कलात्मक बल्लेबाजी से अधिक कप्तानी के कारण क्रिकेट जगत् में अमिट छाप छोडऩे वाले मंसूर अली ख... Read more
जयंती पर विशेष प्रकाश बियानी-दुनिया के ब्लेड्स व रेजर मार्केट के 70 फीसदी हिस्से पर प्रोक्टर एंड गेम्बल का आज कब्जा है तो इसका श्रेय जिलेट ब्रांड को है। दुनिया का 26वें बहुमूल्य ब्रांड जिलेट... Read more
पुण्य तिथि पर विशेष। हिंदी सिनेमा में मात्र 11 फिल्मों का सफर, लेकिन अपनी अदाकारी से दिलों पर राज करने वाली अभिनेत्री 60 के दशक की पॉपुलर हीरोइन बनकर उभरी थीं। कल्पना मोहन की पहली फिल्म... Read more
गुरु गोबिन्द सिंह सिखों के दसवें गुरु थे। उनके पिता गुरू तेग बहादुर की मृत्यु के उपरान्त 11 नवम्बर 1675 को वे गुरू बने। वह महान योद्धा, कवि, भक्त एवं आध्यात्मिक नेता थे। 1699 में बैसाखी के... Read more
गुरू राम दास, सिखों के गुरु थे और उन्हें गुरु की उपाधि 30 अगस्त 1574 को दी गयी थी। उन दिनों जब विदेशी आक्रमणकारी एक शहर के बाद दूसरा शहर तबाह कर रहे थे, तब ‘पंचम् नानक’ गुरू राम... Read more
नानक देव जी सिखों के प्रथम (आदि गुरु) हैं। इनके अनुयायी इन्हें नानक, बाबा नानक और नानकशाह नामों से संबोधित करते हैं। लद्दाख व तिब्बत में इन्हें नानक लामा भी कहा जाता है। नानक देव जी अपने व्य... Read more
गुरू राम दास, सिखों के गुरु थे और उन्हें गुरु की उपाधि 30 अगस्त 1574 को दी गयी थी। उन दिनों जब विदेशी आक्रमणकारी एक शहर के बाद दूसरा शहर तबाह कर रहे थे, तब ‘पंचम् नानक’ गुरू राम... Read more
स्वप्निल संसार। पांचवें सिख गुरु श्री गुरु अर्जुन देव जी को शहीदों के सरताज कहा जाता है। आप शांति के पुंज, मानवता के सच्चे सेवक, धर्म के रक्षक, शांत और गंभीर स्वभाव के स्वामी तथा अपने युग के... Read more
स्वप्निल संसार। पांचवें सिख गुरु श्री गुरु अर्जुन देव जी को शहीदों के सरताज कहा जाता है। आप शांति के पुंज, मानवता के सच्चे सेवक, धर्म के रक्षक, शांत और गंभीर स्वभाव के स्वामी तथा अपने युग के... Read more
कहते हैं अत्याचार और अन्याय को सहन करना भी अन्याय के बराबर होता है। मुगलों की बर्वरता से जब गुरुतेगबहादुर को बलिदान देना पड़ा तब उनके बेटे गोविन्दराय के मन में यही बात कांटे की तरह चुभने लगी।... Read more