एजेंसी। मुबारक साल गिरह । भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और लिटिल मास्टर के नाम से मशहूर सुनील गावस्कर का जन्म 10 जुलाई 1949 को मुम्बई में हुआ था। उन्हें लिटिल मास्टर और सनी भाई के नाम से भी जाना जाता है। उनका पूरा नाम सुनील मनोहर गावस्कर है। ‘सनी’ और ‘लिटिल मास्टर’ उनके निक नेम हैं। उनके पिता का नाम मनोहर गावस्कर तथा माता का नाम मीनल गावस्कर था।गावस्कर की पत्नी का नाम मासनील गावस्कर है, उनके बेटे का नाम रोहन गावस्कर है जो भारत के लिए क्रिकेट खेल चुका है।सुनील गावस्कर हो सकता है रन बनाने के बजाय मछली पकड़ते हुए अपने करियर को खत्म करते.वास्तव में गावस्कर के जन्म के बाद उन्हें एक नर्स ने गलती से एक मछुआरिन के पास लिटा दिया था, लेकिन उनके अंकल ने गावस्कर के कान के पास एक निशान देख लिया था. यह मामले अस्पताल के सामने लाया गया और अंततः गावस्कर अपनी मां के पास पहुंच गए. सुनील गावस्कर ने अपनी किताब ‘सनी डेज’ में इसका जिक्र किया है.एक मराठी फिल्म ‘सावली प्रेमाची’ में सुनील गावस्कर ने मुख्य भूमिका निभाई थी. उन्होंने नायिका के साथ डांस किया था और बाकायदा पेड़ के चक्कर लगाए थे. उन्होंने हिंदी फिल्म मालामाल में स्पेशल अपीयरेंस भी दी थी.
क्रिकेट में शुरूआत
सुनील गावस्कर ने अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट की शुरुआत 1971 में की थी। उनके नाम क्रिकेट में पहली बार दस हजार रन और सर्वाधिक शतक (34) बनाने का भी रिकॉर्ड दर्ज है।सुनील गावस्कर क्रिकेट का पाठ ‘गिल्स’ तथा ‘हैरिस’ शील्ड टूर्नामेंट की ओर से खेलते हुए सीखा। उन्होंने पश्चिमी जोन की ओर से खेलते हुए अखिल भारतीय स्कूल टूर्नामेंटो में काफी अच्छा प्रदर्शन किया। फिर उसके बाद सेंट जेवियर्स कालेज में पढाई के दौरान भी उन्होंने ”इंटर यूनीवर्सिटी क्रिकेट” में कई अच्छी पारियां खेली। फिर उसके बाद उन्हें ईरानी ट्रॉफी और रणजी ट्रॉफी में खेलने का मौका मिला।
इंटरनेशनल क्रिकेट में शुरूआत
सुनील गावस्कर ने इंटरनेशनल क्रिकेट में 6 मार्च 1971 को वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट मैच में डेब्यू किया था और उन्होंने अपना अंतिम टेस्ट 13 मार्च 1987 को पाकिस्तान के खिलाफ खेला था। वनडे क्रिकेट की शुरुआत उन्होंने 13 जुलाई 1974 को इंग्लैंड के खिलाफ की थी और आखिरी वनडे मैच 13 जुलाई 1974 को इंग्लैंड के खिलाफ खेला था।
क्रिकेट करियर और रिकॉर्ड
सुनील गावस्कर 125 टैस्ट मैचों में 51.12 की औसत से 10122 रन बनाए जिनमें 34 शतक 45 अर्धशतक शामिल हैं। जबकि उन्होंने 108 वनडे मैचों में 3092 रन बनाए, इस दौरान उन्होंने एक शतक 27 अर्धशतक भी बनाए। टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 4 दोहरे शतक लगाए, जिसमें उनका सर्वाधिक स्कोर 236 रन रहा।
सुनील गावस्कर अपने समय में विश्व क्रिकेट में 4 बार एक वर्ष में एक हजार रन, सर्वाधिक शतक (34), सर्वाधिक रन (10 हजार से अधिक), सर्वाधिक शतकीय साझेदारियां और प्रथम सीरीज में सर्वाधिक रन बनाने वाले एकमात्र बल्लेबाज थे।
वेस्टइंडीज के खिलाफ 1971 में उन्होंने टेस्ट सीरीज में 774 रन बनाकर रिकॉर्ड बनाया था साथ ही एक साल 17 अक्टूबर 1978 से 13 अक्टूबर 1979 के बीच उन्होंने 1984 रन बनाए थे जोकि एक रिकॉर्ड है।
हालांकि उन्होंने अपने क्रिकेट करियर में एक शर्मनाक रिकॉर्ड भी बनाया है 1975 वर्ल्डकप में सुनील गवास्कर ने 174 गेंदों पर सिर्फ नाबाद 36 रन बने थे, इस दौरान उन्होंने सिर्फ एक चौका लगाया था।
सुनील गवास्कर को मिले अवार्ड्स और उनके द्वारा लिखी गई बुक अवार्ड्स
1975 में ‘अर्जून’पुरस्कार, 1980 में ‘पदमभूषण’ और 1980 में ‘विजडन’ पुरस्कार किताबें : ‘सनिडेज’, ‘आइडल्स’, ‘रन्स एंड रुइन्स’, ‘वन डे वन्डर’.