पुण्य तिथि पर विशेष। कुंदन लाल सहगल आज तक उनके बारे में कई बार लिखा गया है, कई सुनायी गयी बातें जो उनके दोस्तों, सहकर्मियों ने, रिश्तेदारों ने सुनायी । उनका हाथ का लिखा हुआ कुछ या उनका इन्टर... Read more
जयंती पर विशेष-17 जनवरी 1918 को अमरोहा के जमींदार परिवार में जन्मे ‘सैयद आमिर हैदर उर्फ़ कमाल अमरोही के बम्बई अब मुम्बई तक पहुँचने और फिर सफलता का इतिहास रचने की कहानी किसी फि़ल्मी... Read more
पुण्य तिथि पर विशेष- स्वप्निल संसार । सुचित्रा सेन हिन्दी एवं बांग्ला फि़ल्मों की अभिनेत्री थीं। उत्तम कुमार के साथ अभिनय करने के कारण वे मशहूर हुईं, बंगाल के घर घर तक यह जोड़ी पहुंची थी उत... Read more
बीते दौर की अनीता गुहा (17 जनवरी 1932 )के नाम लम्बी लिस्ट हिन्दी व बंगाली फ़िल्में हैं,कई धार्मिक फ़िल्में भी अनीता गुहा ने की हैं। मक़बूल हुईं तो लोग इनको देवी समझने लगे संतोषी माता यही हैं। ज... Read more
स्मृति शेष-सज्जन बॉलीवुड और स्टेज अभिनेता थे। उन्होंने 1950 से 1980 के दशक तक कई नाटकों और फिल्मों में अभिनय किया। उनकी सबसे चर्चित फ़िल्में हैं बीस साल बाद, चलती का नाम गाड़ी,अप्रैल फूल, रे... Read more
जयंती पर विशेष- दुर्गा खोटे अपने ज़माने में हिन्दी व मराठी फि़ल्मों की प्रसिद्ध अभिनेत्री थीं। उन्होंने अनेक हिट फि़ल्मों में शानदार अभिनय किया। आरम्भिक फि़ल्मों में नायिका की भूमिकाएँ करने... Read more
पुण्य तिथि पर विशेष- “ये बच्चों के खेलने की चीज़ नहीं है…. हाथ कट जाये तो खून निकल आता है।” फ़िल्म ‘वक्त’ के इस संवाद की अदायगी से अभिनेता राजकुमार ने अपनी पहचान बनाई थी। मगर कितने ल... Read more
पुण्य तिथि पर विशेष- चरित्र अभिनेता चमन पुरी और मदन पुरी के छोटे भाई अमरीश पुरी हिन्दी फिल्मों की दुनिया का एक प्रमुख स्तंभ रहे हैं। अभिनेता के रूप निशांत, मंथन और भूमिका जैसी फ़िल्मों से अ... Read more
फणीश्वरनाथ रेणु ने ‘धर्मयुग’ में ‘तीसरी कसम’ की शूटिंग रिपोर्ट लिखी थी- ‘तीसरी कसम के सेट पर तीन दिन’। इस रिपोर्ट में एक जगह वह लिखते हैं, ‘इसी बीच... Read more
पुण्य तिथि पर विशेष- हिन्दी ही नहीं किसी भी भारतीय भाषा के सिनेमा के इतिहास में इतनी दबंग, इतनी निर्भीक, इतनी बहादुर, इतनी स्टंटबाज टारजन या रॉबिनहुड स्टॉइल की नायिका आज तक दूसरी नहीं हुई,... Read more